जयपुर, दिव्यराष्ट्र/ किसी व्यक्ति के जन्म से लेकर उसके मरने तक, विज्ञान इंसान के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं |आधुनिक युग में विज्ञान ने हमें बीमारियों से बेहतर ढंग से निपटने में सक्षम बनाया है। ये वैज्ञानिकों के कठिन और निरंतर आविष्कारों और सिद्धांतों का परिणाम हैं।जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी भी दिन रात अपने छात्रों के लिए लगातार काम कर रहा हैं और स्कूल ऑफ साइंस का उद्देश्य है छात्रों को विज्ञान में माहिर बनाना और उन्हें समाज के लिए तैयार करना |
स्कूल ऑफ साइंस के विद्यार्थियों को टोर्रेसिड, सीएचसी हेल्थकेयर, एक्सेंचर, प्लेनेट स्पार्क, विप्रो, यूनिक आर्गेनिक जैसी प्रतिष्ठित संस्थानों में हुआ हैं | जेईसीआरसी के स्कूल ऑफ साइंस के स्टूडेंट्स जॉन हॉकिंस जैसे संस्थानों में उच्च अध्ययन कर रहें हैं |
स्कूल ऑफ़ साइंस में विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल लर्निंग इंटेर्नशिप्स के माध्यम से कराई जाती हैं जिस से की उन्हें फील्ड में किस तरह काम किया जाता हैं उसके बारे में वह गहराई से जान सकें | वहीं स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के अनुसार जेईसीआरसी के 2 प्रोफेसर को विश्व स्तर पर 2% वैज्ञानिकों में भी स्थान दिया गया है जो की एक गर्व की बात हैं | स्टूडेंट्स भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र, ओएनजीसी, इसरो, डीआरडीओ, जैसे प्रमुख संस्थानों में इंटर्नशिप कर रहे हैं वहीं राजस्थान के छोटे छोटे गाँव से आई छात्राएँ अंतराष्ट्रीय स्तर पर काम कर रहीं हैं जो की पूरे रजस्थान के लिए गर्व की बात हैं |
शेरलॉक इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंस (एसआईएफएस) जैसी संस्थानों के साथ के साथ भी समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया है, जो एक प्रसिद्ध संस्थान है जो पेशेवर फोरेंसिक सेवाएं प्रदान करती है। इस साझेदारी से एकेडमिक और रिसर्च अवसरों को बढ़ावा दिया जाता है|
प्रो. विधि दुबे, डीन, स्कूल ऑफ़ साइंस, जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी ने बताया की हमारा फोकस हैंड ऑन लर्निंग पर रहता हैं और हम कोशिश करते है की स्नातक के बच्चे भी रिसर्च पब्लिकेशन में अपना पूरा योगदान रहें और यहीं वजह हैं की 10 से ज़्यादा पब्लिकेशन स्टूडेंट्स ने स्कोपस इंडेक्स्ड जैसे जर्नल में किया हैं | साथ ही आंत्रप्रेन्योरशिप पर भी ध्यान दिया जाता है और उसके लिए विद्यार्थोयों को बढ़ावा भी दिया जाता हैं |