राज्यपाल कलराज मिश्र करेंगे कार्यक्रम की अध्यक्षता
विश्वविद्यालय के नवनिर्मित भवन का होगा वर्चुअल लोकार्पण
जयपुर, दिव्यराष्ट्र/ हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय (एचजेयू) का द्वितीय दीक्षांत समारोह 29 जून को आयोजित किया जाएगा। इसी दिन विश्वविद्यालय के दहमीकलां स्थित नवनिर्मित परिसर का वर्चुअल लोकार्पण भी किया जाएगा। जेएलएन मार्ग स्थित आर.ए. पोदार इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के सभागार में आयोजित होने वाले इस समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कलराज मिश्र करेंगे। उप-मुख्यमंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। इस दौरान स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के 94 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की जाएंगी। साथ ही प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले 6 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक और प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान हासिल करने वाले कुल 18 विद्यार्थियों को वरीयता प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे। बीए-जेएमसी का यह पहला बैच पासआउट होगा जिसके 29 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की जाएगी।
मंगलवार को शिक्षा संकुल स्थित विश्वविद्यालय के प्रशासनिक परिसर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कुलपति प्रो. (डॉ.) सुधि राजीव ने बताया कि वर्तमान में विश्वविद्यालय में 5 विभाग हैं, जिनमें मीडिया अध्ययन, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, जनसंपर्क एवं विज्ञापन, न्यू मीडिया और विकास संचार में दो वर्षीय स्नात्कोत्तर पाठ्यक्रम संचालित हैं। पत्रकारिता और जनसंचार में तीन वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम बीए-जेएमसी के साथ ही चार वर्षीय बीए-जेएमसी (ऑनर्स इन मीडिया स्टडीज) भी उपलब्ध हैं। इसके अलावा विभिन्न विभागों के अंतर्गत स्ववित्तपोषित स्नातकोत्तर डिप्लोमा और सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम भी संचालित हैं। पत्रकारिता और जनसंचार के विभिन्न क्षेत्रों में 13 शोधार्थी पीएचडी कर रहे हैं। पीएचडी में आगामी सत्र के लिए भी प्रवेश प्रक्रिया चल रही है।
संवाददाताओं को जानकारी देते हुए कुलपति प्रो. सुधि राजीव ने बताया कि वर्तमान में विश्वविद्यालय खासाकोठी स्थित अस्थायी परिसर में चल रहा है। अजमेर रोड स्थित दहमीकलां में विश्वविद्यालय के स्थायी परिसर का लोकार्पण राज्यपाल 29 जून को करेंगे और जल्द ही विश्वविद्यालय को स्थायी परिसर मिल जाएगा। लगभग 50 बीघा जमीन विश्वविद्यालय को दी गई है। जिसमें प्रथम चरण के निर्माण के लिए सरकार द्वारा 109.92 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है। विश्वविद्यालय के विकास के लिए राज्य सरकार के प्रयास और सहयोग सराहनीय हैं। प्रो.सुधि ने कहा कि एचजेयू पत्रकारिता और जनसंचार के अलावा अन्य अंतर-अनुशासनात्मक विषयों का बेहतरीन शिक्षण केंद्र बनने की ओर अग्रसर है।
चर्चा के दौरान कुलपति ने कहा कि एचजेयू का उद्देश्य युवाओं को मीडिया के क्षेत्र में भविष्य की संभावनाओं और चुनौतियों के लिए तैयार करना है। इसके लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण पर जोर देते हुए मीडिया संस्थानों में कार्यरत विभिन्न प्रोफेशनल्स को समय-समय पर विशेष व्याख्यान के लिए आमंत्रित किया जाता है। मीडिया संस्थानों के साथ आपसी सहयोग को बढ़ाने के लिए एमओयू करने की प्रक्रिया भी चल रही है। प्लेसमेंट और प्रशिक्षण सेल भी प्रशिक्षण कार्यशाला में मीडिया के विभिन्न क्षेत्रों से दक्ष प्रोफेशनल्स को आमंत्रित करती है। उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि पत्रकारिता विश्वविद्यालय से पढ़कर निकले विद्यार्थी विभिन्न मीडिया संस्थानों में सफलतापूर्वक कार्य कर रहे हैं। संवाददाता सम्मेलन के दौरान विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. सत्येंद्र बसवाल, परीक्षा नियंत्रक डॉ. आलोक श्रीवास्तव और समन्वयक, अकादमिक एवं प्रशासनिक डॉ. रतन सिंह शेखावत भी उपस्थित थे।
हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय (एचजेयू) के बारे में—
हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय की स्थापना राजस्थान विधानमण्डल के अधिनियम, 2019 के तहत की गई थी। यह पत्रकारिता और जनसंचार की शिक्षा के लिए समर्पित राज्य का इकलौता और देश का तीसरा राज्य वित्तपोषित विश्वविद्यालय है। वर्तमान में विश्वविद्यालय का अस्थायी अकादमिक परिसर खासाकोठी में है। प्रशासनिक खंड जेएलएन मार्ग स्थित शिक्षा संकुल में स्थित है। विश्वविद्यालय का विशाल स्थायी परिसर अजमेर रोड स्थित दहमीकलां में बन रहा है। विश्वविद्यालय में फिलहाल पांच विभाग- मीडिया अध्ययन विभाग, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग, विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग, न्यू मीडिया विभाग और विकास संचार विभाग संचालित हैं। पत्रकारिता और जनसंचार के क्षेत्र में हर वर्ग के युवाओं को आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करने के लिए राज्य के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (नोन-क्रीमी लेयर) के विद्यार्थियों और सभी संवर्गों की छात्राओं से शिक्षण शुल्क नहीं लिया जाता है।
मीडिया क्षेत्र में कार्यरत युवाओं के कौशल विकास के लिए लघु अवधि के स्ववित्त पोषित पाठ्यक्रम भी उपलब्ध कराये जाते हैं। इनमें मीडिया अध्ययन विभाग के अंतर्गत डेस्क टॉप पब्लिशिंग में पीजी डिप्लोमा, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग के अंतर्गत ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म में पीजी डिप्लोमा, फोटोग्राफी में पीजी डिप्लोमा के साथ ही ग्राफिक्स एंड एनीमेशन में डिप्लोमा पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। वहीं, विकास संचार विभाग के अधीन पीजी डिप्लोमा इन पब्लिक हेल्थ एंड मास कम्युनिकेशन संचालित हैं।