जयपुर: द माइक्रॉन फाउंडेशन ने 60 सबसे मेधावी विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान करने के लिये यूनाइटेड वे ऑफ हैदराबाद (यूडब्ल्यूएच) के साथ भागीदारी की है। ये विद्यार्थी भारत के अग्रणी इंजीनियरिंग संस्थानों के हैं और उन्हें शैक्षणिक उत्कृष्टता तथा उज्जवल भविष्य की दिशा में बढ़ावा दिया जा रहा है। छात्रवृत्तियाँ यूनिवर्सिटी रिसर्च अलायंस माइक्रॉन (यूआरएएम) पहल के तहत दी जाएंगी। इससे सुनिश्चित होगा कि हर विद्यार्थी को अपनी क्षमता समझने का मौका मिले, वह अपने पसंदीदा विषय का अध्ययन करे और अच्छे कॅरियर के लिये सफर शुरू करे।
माइक्रॉन के कार्यकारी वाइस प्रेसिडेंट, चीफ पीपुल ऑफिसर एवं माइक्रॉन फाउंडेशन के प्रेसिडेंट एप्रिल आर्नजे़न ने कहा, ‘‘माइक्रॉन फाउंडेशन मांग वाले उन कॅरियर्स में विद्यार्थियों को सहयोग देने के लिये प्रतिबद्ध है, जो उनका जीवन बेहतर बनाने के मौके दें। हमारा मानना है कि उच्चतर शिक्षा तक पहुँच अगर यूआरएएम स्कॉलरशिप प्रोग्राम जैसी पहलों के माध्यम से और यूडब्ल्यूएच जैसे भागीदारों के साथ काम करते हुए दी जाती है, तो विद्यार्थी भविष्य की टेक्नोलॉजी में कॅरियर बनाने के लिये तैयार होंगे। इससे पूरे भारत के समुदायों पर दीर्घकालिक असर पड़ेगा।’’
माइक्रॉन इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट एवं प्रबंध निदेशक आनंद रामामूर्ति ने कहा, ‘‘हमारी यूआरएएम स्कॉलरशिप्स शिक्षा में विविधता और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने पर हमारा फोकस दिखाती है। भारत में ही प्रतिभा के भंडार के रूप में यह विद्यार्थी भारत को सेमीकंडक्टर पावरहाउस बनाने में भूमिका निभाएंगे। इससे टेक्नोलॉजी के उद्योग में तेजी से विकास होगा।’’
यूनाइटेड वे ऑफ हैदराबाद की सीईओ रेखा श्रीनिवासन के अनुसार, ‘‘हम यूआरएएम स्कॉलरशिप की इस पहल के माध्यम से योग्य विद्यार्थियों को सशक्त करने के लिये माइक्रॉन फाउंडेशन के साथ काम करते हुए खुश हैं। यह छात्रवृत्ति सुनिश्चित करती है कि हर विद्यार्थी को अपनी क्षमता समझने के लिये बराबरी से अवसर मिलें, ताकि वे अपने पसंदीदा कोर्स करें और कॅरियर में आगे बढ़ें। स्कॉलरशिप प्रोग्राम के माध्यम से हमारा मकसद सभी विद्यार्थियों को एक उचित मंच देना है।’’
यूआरएएम एक इटीग्रेटेड फ्रेमवर्क है, जिसके तहत भारतीय यूनिवर्सिटीज के साथ मजबूत भागीदारियाँ होती हैं। यह देश के कुछ सबसे तेज दिमाग वाले लोगों के साथ, शोध, नवाचार और सहकार्य को बढ़ावा देने पर फोकस करता है। मूल रूप से यह गठजोड़ शैक्षणिक संस्थानों और महत्वपूर्ण विशेषज्ञों, शोध की आधुनिक प्रयोगशालाओं, विद्यार्थी समुदायों, उद्योग के एसोसिएशंस, स्टार्टअप्स तथा सरकारी एजेंसियों को साथ लाता है। इन सभी के मिलने से मेमोरी डिजाइन में शोध, शिक्षा एवं नवाचार को बढ़ावा मिलता है।