राजस्थान , जम्मू – कश्मीर , दिल्ली, लखनऊ, देहरादून के 150+ शिक्षकों का सम्मान
* 6 शिक्षकों को माला माथुर मेमोरियल “लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड इन एजुकेशन” से किया गया सम्मानित
जयपुर , दिव्यराष्ट्र/थार सर्वोदय संस्थान , सिम्पली जयपुर और रघु सिन्हा माला माथुर चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वाधान में शिक्षकों के सम्मान में प्रिंसीपल्स एंड टीचर्स अवार्ड 2024 के तेहरवें संस्करण का आयोजन 9 सितम्बर को रंगायन – जवाहर कला केंद्र में किया गया । कार्यक्रम के आयोजक सोमेंद्र हर्ष और अंशु हर्ष ने बताया की इस वर्ष कुछ ऐसे शिक्षकों का सम्मान भी किया गया जिन्होंने अपना जीवन नयी पीढ़ी को ज्ञान देने मे समर्पित किया। माला माथुर मेमोरियल “लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड इन एजुकेशन” शिक्षा के क्षेत्र में कड़ी मेहनत और उपलब्धि का सम्मान है। इस वर्ग में डॉ जसबीर जैन, प्रोफ़ेसर डॉ पवन सुराणा, डॉ दुर्गा प्रसाद अग्रवाल, श्रीमती रूप कौल, श्रीमती उदय मिर्धा और श्री पंचशील जैन का लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मान किया गया ।
ज्ञान को विकसित करने, प्रेरणा देने और रचनात्मक विचार को प्रोत्साहित करने की ये महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ शिक्षक में निहित हैं। इस वर्ष सम्मान समारोह में राजस्थान के करीब 8 शहरों – जयपुर, जोधपुर, अजमेर, बाड़मेर, उदयपुर, पाली, कोटा एवं जालोर से 111 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इसके आलावा दिल्ली , लखनऊ , जम्मू और कश्मीर, देहरादून से करीब 41 शिक्षकों को सम्मानित किया गया ।
समारोह में ज्योति खंडेलवाल, शिल्पा गोलेचा, अंशुल जैन ने आयोजकों की प्रशंसा करते हुए शिक्षकों के इस सम्मान समारोह को सराहा और शिक्षकों का उत्साहवर्धन किया , उन्होंने कहा की शिक्षकों का काम न केवल ज्ञान को बढ़ाने में मदद करता है, बल्कि समाज को एक सकारात्मक दिशा में ले जाने में भी मदद करता है। शिक्षा क्षेत्र में वृद्धि और सुधार के लिए सरकार के उद्देश्य हैं, और इसके लिए हमें शिक्षा क्रियाओं को मजबूती से निर्वाचन करना होगा। हमें यह समझना है कि शिक्षा सिर्फ पाठ्यक्रम और किताबों से ही सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन कौशलों, नैतिक मूल्यों, और विचारशीलता को भी बढ़ावा देने में मदद करती है।
कार्यक्रम में एम जी डी गर्ल्स स्कूल की छात्राओं ने गुरु अष्ठकम की प्रस्तुति दी
पारुल सोनी ने मुरली की धुन पर सोलो परफॉर्मेंस दी , राजस्थानी फोक डांस की प्रस्तुति आई आई एस की सिमरन अग्रवाल व समूह ने दी ।
अंत में प्रतिभा राठौड़ ने राजस्थानी लोक नृत्य घूमर की प्रस्तुति दी ।