दिव्यराष्ट्र, मुंबई: भारत की प्रमुख गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) में से एक एलएंडटी फाइनेंस लिमिटेड (एलटीएफ) ने 31 मार्च, 2025 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए 2,644 करोड़ रुपये का अब तक का सर्वाधिक कंसोलिडेटेड प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (पीएटी) दर्ज किया है, जिसमें वार्षिक आधार पर 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कंपनी ने चौथी तिमाही में 636 करोड़ रुपये का पीएटी दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक है।
कंपनी की रिटेल बुक 95,180 करोड़ रुपये तक पहुँच गई है, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 19 प्रतिशत अधिक है। सालभर के लिए रिटल डिस्बर्समेंट 60,040 करोड़ रुपये रहा, जो वार्षिक आधार पर 11 प्रतिशत की वृद्धि दर्शा रहा है। चौथी तिमाही में रिटेल डिस्बर्समेंट 14,899 करोड़ रुपये रहा, जो स्थिर (स्टेबल) बना रहा।
एलटीएफ के बोर्ड ने 25 अप्रैल, 2025 को हुई बैठक में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 10 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंकित मूल्य पर 2.75 रुपये का अंतिम डिविडेंड घोषित करने की सिफारिश की है-यह अब तक का सबसे अधिक डिविडेंड है। इसे आगामी एनुअल जनरल मीटिंग (एजीएम) में सदस्यों के अनुमोदन के पश्चात 30 दिनों के भीतर वितरित किया जाएगा।
वित्तीय प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए, एलटीएफ के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ, श्री सुदीप्ता रॉय ने कहा, “एक ऐसे वर्ष में जिसमें कई चुनौतियाँ थीं, हमारा प्रदर्शन स्थिर और मजबूत बना रहा, जिससे यह स्पष्ट होता है कि हम कठिन परिस्थितियों में भी टिके रहने की क्षमता रखते हैं। हमारी सफलता की नींव मजबूत संपत्ति गुणवत्ता और व्यवसायों में संग्रह दक्षता पर मजबूत ध्यान पर आधारित है। हमें विश्वास है कि वित्त वर्ष 2024-25 हमारे लिए स्थायी और पूर्वानुमानित वृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।