जयपुर, दिव्यराष्ट्र। जयपुर में दिल्ली रोड़, गोविंद स्टेडियम, पीली की तलाई, आमेर में उज्जैन वाले बाबा उमाकांत महाराज ने रविवार को अपने सत्संग में बताया कि गुरु कोई हाड मांस वाले शरीर का नाम नहीं होता गुरु एक शक्ति पावर होती है। गुरु का पावर अंतर में मालूम पड़ता है। रानी इंदुमती कबीर साहब की शिष्या थी उसने कबीर साहब से नामदान लेकर अन्तर में गुरू भक्ती की और उनकी तीसरी आंख खुली तब उसने अपने गुरु के जलवा को अंदर देखा तो कहा कि आप ही सब कुछ हो मेरे भगवान हो। रानी इंदुमती बोली आपकी मैंने एक बात याद कर ली
गुरु को माथे राखिये चलिये आज्ञा माहि।
कहैं कबीर ता दास को, तीन लोक भय नाहीं।।
बाबा जयगुरुदेव का जीव जीवन रक्षक वार्षिक भण्डारा कार्यक्रम 2,3,4 जून को उज्जैन
आगामी ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष त्रयोदशी 2012 को बाबा जयगुरुदेव जी महाराज शरीर छोड़कर अपने धाम चले गए। गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी तीन दिवसीय विशाल भंडारे का आयोजन होगा। इस अवसर पर तीनों दिन दोनों समय सतसंग होगा तथा पांच नाम-दान में मिलेगा। सतसंग व नामदान कार्यक्रम 2, से 4 जून 2024, समय – प्रातः 4:30 बजे और सायं 5 बजे से होगा। स्थान- बाबा जयगुरुदेव आश्रम, जयगुरुदेव नगर, पिंगलेश्वर रेलवे स्टेशन के सामने, मक्सी रोड, उज्जैन (म०प्र०) भारत। 3 जून की रात्रि में पूजन का प्रसाद मिलना शुरू हो जाएगा, जो सभी लोगों के लिए फलदाई होगा। दया-दुआ की बरसात होगी। धन, बल व भजन में बरकत मिलेगी। श्रद्धा, भाव-भक्ति के अनुसार कामना पूरी होगी।
कार्यक्रम के जिम्मेदार नेमीचंद सैनी और जसपाल सैनी ने बताया बाबा जयगुरूदेव संगत जयपुर की ओर से यह कि एक दिवसीय सत्संग व नामदान कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में भाग लेने के लिए हजारों की संख्या में गुलाबी वस्त्र पहनकर के श्रद्धालु पहुंचे और नामदान लेकर शाकाहारी,सदाचारी व नशा मुक्त रहने का संकल्प किया। अन्य जिलों से भी प्रेमियों ने भाग लिया। संगत ने भोजन भंडारा भी किया।