जयपुर, दिव्यराष्ट्र/मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर (एमयूजे) के प्रबंधन और वाणिज्य संकाय के बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग द्वारा “सामाजिक उद्यम प्रबंधन के लिए रणनीतियाँ” विषय पर एआईसीटीई प्रशिक्षण और शिक्षण (एटीएएल) फैकल्टी विकास कार्यक्रम (एफडीपी) का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) द्वारा अनुमोदित था और 9 से 14 सितंबर 2024 तक आयोजित किया गया।
इस एफडीपी का उद्देश्य प्रतिभागियों को सामाजिक उद्यमों के प्रबंधन और सामाजिक परिवर्तन को बढ़ावा देने के लिए व्यापक दृष्टिकोण और उन्नत रणनीतियाँ प्रदान करना था।
पहला दिन (9 सितंबर 2024): उद्घाटन सत्र स हुआ जिसमें मुख्य अतिथि डॉ. पृथ्वी राज संखला (आईएएस, राजस्थान के राज्यपाल के पीएस) थे। विमल गुप्ता (अध्यक्ष, एनआईआरसी-आईसीएसआई) और डॉ. जवाहर एम. जांगिड़ (प्रो-प्रेसिडेंट, एमयूजे) सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
पहला सत्र “सामाजिक उद्यम प्रबंधन का परिचय” कौशिक बनर्जी (उपाध्यक्ष-सेवा) द्वारा आयोजित किया गया, उसके बाद डॉ. ब्रजेश कुमार (डीन, एफओएमसी, एमयूजे) द्वारा “सामाजिक उद्यमों में सामाजिक मूल्य निर्माण का सिद्धांत” पर सत्र आयोजित किया गया।
दोपहर में, डॉ. जितेश मोहनोत (सहायक प्रोफेसर, आईआईटी जोधपुर) ने सामाजिक उद्यमों में बाजार विस्तार, नवाचार और प्रौद्योगिकी की भूमिका पर एक सत्र का संचालन किया। दिन का समापन श्री बनर्जी द्वारा सफल सामाजिक उद्यमों के केस स्टडी विश्लेषण के साथ हुआ।10 सितंबर दूसरे दिन श परेश गुप्ता संस्थापक और सीईओ, जीसीईसी ग्लोबल फाउंडेशन, जयपुर द्वारा “सामाजिक उद्यमों के लिए बिजनेस मॉडल कैनवस” पर सत्र आयोजित किया गया। दिन के अन्य सत्रों में वित्तीय प्रबंधन, फंड जुटाने की रणनीतियाँ और सामाजिक उद्यमों के लिए मार्केटिंग योजना विकसित करने पर एक व्यावहारिक सत्र शामिल था।
तीसरा दिन 11 सितंबर डॉ. फाल्गुनी वसावदा (प्रोफेसर, एमआईसीए, अहमदाबाद) ने सामाजिक उद्यमिता के लिए जिम्मेदार नेतृत्व और ब्रांडिंग पर गहन सत्र आयोजित किए। इसके बाद स्थानीय सामाजिक उद्यमों का वर्चुअल दौरा किया गया।
चौथा दिन 12 सितंबर 2024 चौथे दिन, डॉ. मधु बाला कौशिक (सहायक प्रोफेसर, एमयूजे) द्वारा सामाजिक उद्यमों के लिए कानूनी और नियामक ढांचा और डॉ. श्वेता चौधरी (निदेशक, एआईसी एमयूजे) द्वारा संसाधन प्रबंधन और एसडीजी पर सत्र आयोजित किया गया।
पाँचवाँ दिन13 सितंबर प्रतिभागियों ने जयपुर में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विकास कार्यालय का दौरा किया। इसके बाद डॉ. पुस्पेंद्र कुमार सुर्या (प्रोफेसर, किरोरी मल कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय) द्वारा सरकार, एनजीओ और कॉर्पोरेट्स के साथ सहयोग पर सत्र आयोजित किया गया।
छठा दिन 14 सितंबर 2024: अंतिम दिन, सामाजिक उद्यमों के लिए विपणन रणनीतियों पर सत्र हुआ और कार्यक्रम का समापन डॉ. पुस्पेंद्र सुर्या की उपस्थिति में किया गया। धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम समन्वयक डॉ. मधु बाला कौशिक ने दिया।
इस सफल एफडीपी को आयोजित करने में डॉ. ब्रजेश कुमार (डीन, एफओएमसी, एमयूजे), डॉ. नरेंद्र सिंह भाटी (एचओडी, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग, एमयूजे), डॉ. नरेश केडिया (उप-प्रमुख, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग, एमयूजे), डॉ. मधु बाला कौशिक (समन्वयक, एआईसीटीई एटीएएल एफडीपी) और डॉ. वीनस गहलोत (सह-समन्वयक, एआईसीटीई एटीएएल एफडीपी) के अमूल्य योगदान के लिए विशेष रूप से सराहना की गई।