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नाइन डॉट् स्क्वेयर्स के डिजाइन उत्सव के दूसरे दिन आंखे बंद करके क्ले से आर्ट बनाने का अनुभव ने दर्शकों को रोमांचित किया

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जयपुर 03 फरवरी 2025 : नाइन डॉट् स्क्वेयर्स के तीसरे डिजाइन उत्सव के दूसरे दिन जयपुर के लोगो का भरपूर प्यार मिल रहा है। हर कोई इस डिजाइन फेस्टिवल को देख कर आश्चर्यचकित है क्योकि इस डिजाइन फेस्टिवल को एक अनूठे अंदाज में बनाया गया है फेस्टिवल में आगंतुकों के लिए क्ले के साथ अलग तरह की जुगलबंदी देखने को मिली। जिस में आंखे बंद करके क्ले से आर्ट बनाने के अनुभव ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया ।इस वर्कशॉप में हर वर्ग के लोगो ने भाग लिया।

आरआईसी में होने वाले तीन दिवसीय उत्सव में भारत के क्राफ्ट को नया आयाम मिल रहा है । जिसमे 60 से भी अधिक स्टाल इस डिजाइन उत्सव की शोभा बड़ा रही है। इसमें पारंपरिक शिल्प कौशल को मॉडर्न डिजाइन के साथ दिखाया जा रहा है । साथ ही हस्तनिर्मित उत्पादों की अनूठी प्रस्तुति दर्शको को मिल रही है । इसके तहत मोची टाका, आइनाकारी, मेटल ठुकाई, पिछवाई पेंटिंग, पीतल और पत्थर की इनले के साथ मिलकर अलग-अलग प्रॉडक्ट बनाए हैं, जिनको यहां प्रदर्शित किया जा रहा है । पेपर हनी कॉम्ब बोर्ड प्रयोग करके गैलरी बनाई गई है ।

को क्यूरेटर शगुना सिंह ने बताया कि नाइन डॉट स्क्वेयर्स एक अनूठी अवधारणा को साकार करते हुए जयपुर और उसके आसपास की नब्बे से अधिक बावड़ियों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए इस डिजाइन फेस्टिवल में एक शो के द्वारा आगंतुकों को एक संपूर्ण अनुभव करने के लिए कार्टोग्राफि नक्शा, नुक्कड़ नाटक और सांस्कृतिक कार्येक्रम तैयार किया गया है।

आर्किटेक्ट आकांक्षा मोदी जिनको बावड़ी बाईसा के नाम से भी जाना जाता है ने बताया की बसंत पंचमी के उपलक्ष्य में प्रहलादपुरा गांव की बावड़ी में रंग दे बसंती उत्सव का आयोजन किया जायेगा। जिस में गांव वाले ने शुरुवात से ही बढ़चढ़ कर हिंसा लिया और बावड़ी का जीणोद्धार में भी पूरा सहयोग रहा है और इस के चलते वो अब इस बावड़ी में सांस्कर्तिक प्रस्तुति भी देंगे। इस के लिए नाइन डॉट स्क्वेयर्स ,जयपुर विरासत फाउंडेशन,बावड़ी बाईसा,सेव ओवर सिटी एनजीओ ने भी सहयोग प्रदान किया है।

आज क्या खास रहा – लीजेंड इन फोकस का सेकंड एडिशन सुधीर कासलीवाल के द्वारा फिल्मो फोटोग्राफी जो की कैमरा रोल से खींची गई दुर्लभ ट्रडिशनल फोटोग्राफी है उनकी 60 साल की फोटोज की यात्रा की पर्दशनी लगाई गई उन्होंने दर्शको को अपनी फोटोज की कहानी भी सुनाई। क्यूरेट संगीता सिंह ने किया। ब्लू पोटरी वर्कशॉप डॉ लीला बोर्डिया फाउंडर ऑफ़ नीरजा इंटरनेशनल ने दर्शको के साथ अपने अनुभव साझा किये बच्चो ने कैरिकेचर वर्कशॉप में कैरिकेचर आर्ट को जाना।

कल क्या खास रहेगा – रंग दे बसंती कल्चर वाक बावड़ी प्रहलादपुरा,ब्लॉक प्रिंट वर्कशॉप कार्तिक छीपा, प्ले क्ले वर्कशॉप विथ वन्दिता विजयवर्गीय ,पेपर हनीकोंब वर्कशॉप शिल्पी दुआ और अभिमन्यु सिंह,

तारिक ख़ान अपनी तीसरी पीढ़ी के आर्टिस्ट है जो पिछले 70 सालों से पिता के काम को आगे बढ़ाते हुए ऑनलाइन और ऑफलाइन काम कर रहे है । तारीक ने बताया कि वो सभी प्रकार के कपड़ों जैसे सिल्क, कॉटन पर हैंड एम्ब्रॉयडरी का काम करते है । पिछवाई कला और श्रीनाथ जी इनकी ख़ासियत है ।घोड़े, पेड़ मोर, एम्ब्रायडरी की पेंटिंग हाथ की कला है । वस्तुओं की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाता है तारिक और उनका पूरा परिवार ही हस्त कला में निपूर्ण है उनकी बहन गुलबहार जरदोजी का काम करती है वही उनके भाई आरी -तारि का बेहद खूबसूरत काम करते है ।

हरजीत कौर जो दिल्ली से डिजाइन फेस्टिवल में अपनी ग्लास पेंटिंग को प्रदर्शित किया है उन्होंने बताया की पेंटिंग हमेशा मेरा जुनून रही है। मेरा आला ग्लास पेंटिंग है और मैं अब 25 साल से शो कर रही हूं। यह अब मेरा परम्परिक व्यवसाय रहा है। जब मैं ब्रश पकड़ती हु तो रचनात्मकता सिर्फ मेरे हाथ से बहती है और कला के टुकड़े बनाए जाते हैं। मैं दैनिक जीवन से प्रेरणा लेती हूं और मुझे डिटेलिंग पसंद है। उत्पाद ग्लास पेंटिंग से लेकर आपके रोजमर्रा के घर की सजावट उत्पादों तक भिन्न हैं। प्रत्येक उत्पाद को विस्तार से ध्यान के साथ बनाया गया है और सावधानीपूर्वक डिजाइन किया गया है। उपयोग किए गए सभी रंगों को मेरे द्वारा ध्यान से चुना जाता है ताकि वे सबसे सुंदर दिखें और वे लंबे समय तक कांच पर बने रह सकें।

एंटिक्स नोटिकल आर्ट हैंडिक्राफ्टस बलराज सिंह राठौड़ व उत्तम सिंह शेखावत नामक दोनों युवाओं ने अपने इस स्टोर ‘जयपुर ट्रेज़र’ पर देशभर के प्रसिद्ध एंटिक्स उत्पाद ट्रैडिनशल वस्तुओं के खरीदारों के लिए उपलब्ध कराये हैं। इनकी घोड़े की एम्ब्रायडरी की पेंटिंग को बनाने मे आर्टिस्ट को 19 महीने लगे हैइनमें होम डेकोर के उत्पाद यथा-ट्राईपोड लाइट, हॉलीवुड हेलमेट, ग्लोब डिजायनर लाइट्स, टेलीस्कोप, कंपास, सैंड टाइमर, फर्नीचर, पेंटिग्स एण्ड रग्स के साथ- साथ बेहद खूबसूरत चाबी छले भी उपलब्ध हैं। बलराज व उत्तम सिंह देशभर के प्रमुख शहरों में भ्रमण कर वहां के प्रमुख हैंडिक्राफ्ट उत्पादों इनके शौकिनों तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। बलराज ने बताया कि भारतीय हैंडिक्राफ्ट, पेंटिग के विदेशों में बैठे शौकिनों को भी उनकी डिमांड के अनुरूप उपलब्ध करवाते है। इनकी बाड़मेरी पेंच पेंटिंग जयपुर मे इन्हें बाक़ी स्टोर से अलग करती है ।

क्लासिकल सरफेसेस – जहां पत्थर भी बोलता है।

क्लासिकल सरफेसेस: पत्थर की कलात्मकता का एक नया अध्याय क्लासिकल सरफेसेस, एक प्रतिष्ठित नाम जो तीन पीढ़ियों से पत्थर की कला और शिल्प को नई ऊँचाइयों तक ले जा रहा है। हमारी यात्रा वर्ष 1985 में शुरू हुई थी, जब हमने प्राकृतिक पत्थर के वेनियर के निर्माण की नींव रखी। आज भी, हम उसी जुनून और समर्पण के साथ अपने उत्पादों को और अधिक उत्कृष्ट बनाने का कार्य कर रहे हैं इनले वर्क में हम पत्थर के भीतर बारीकी से की गई सजावट प्रस्तुत करते हैं। इसमें मदर ऑफ पर्ल, धातु, और अन्य कीमती पत्थरों का संयोजन किया जाता है, जो डिज़ाइन को भव्यता और शाही आकर्षण प्रदान करता है। हमारे इनले डिज़ाइन आपके घर के डेकोर में एक ऐतिहासिक और कलात्मक छाप छोड़ते हैं।

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