Home बिजनेस आरआईसी में दो दिवसीय स्टार्टअप समिट व एक्सपो की हुई शुरुआत, सफल...

आरआईसी में दो दिवसीय स्टार्टअप समिट व एक्सपो की हुई शुरुआत, सफल स्टार्टअप्स के संस्थापकों व मेंटर्स ने किया युवाओं को मोटिवेट

60 views
0
Google search engine

‘स्वयं निर्धारित करें अपनी सफलता की परिभाषा’

— कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़

जयपुर, दिव्य राष्ट्र/ सफलता की परिभाषा सभी की अपनी—अपनी होती है, इसके जरिए आप सफल हों या असफल हों, वह आप पर ही निर्भर करनी चाहिए। यह जीवन बहुत छोटा है, इसे शानदार तरीके से जिएं, बड़े सपने देखें और पूरी ताकत से इन्हें पेरा करने में जुट जाएं। यह कहना था राजस्थान सरकार के इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एंड कम्युनिकेशन के कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का। वे बुधवार को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में शुरू हुए दो दिवसीय स्टार्टअप समिट व एक्सपो के उद्घाटन समारोह को मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित कर रहे थे। यह समिट राजस्थान सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एंड कम्युनिकेशन के आई स्टार्ट और द एसोसिएशन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एसोचैम) की ओर से आयोजित किया जा रहा है। इसमें देशभर के कई सक्सेसफुल स्टार्टअप के फाउंडर, यंग इनोवेटर्स, बॉलीवुड और ओटीटी स्टार्स भाग ले रहे हैं और वे युवाओं के साथ अपनी सफलता के किस्से शेयर कर रहे हैं।इसमें देशभर के 3000 हजार से अधिक लोग हिस्सा ले रहे हैं।

कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने युवाओं को मोटिवेट करते हुए कहा कि वर्तमान में आप ऐसे भारत में जी रहे हैं, जिसके लोगों के लिए दुनिया रेड कार्पेट बिछाए बैठी है। आज आप किसी भी भाषा में सपना देख सकते हैं, इसमें अब भाषा की कोई बाधा नहीं है। सपनों को पूरा करने के लिए आपके पास नॉलेज और हिम्मत होनी चाहिए। उन्होंने स्टार्टअप्स के संस्थापकों को सलाह दी कि हर स्टार्टअप के समाधान सभी जगह लागू और कॉस्ट इफेक्टिव होने चाहिए। उद्घाटन समारोह में एसोचैम, राजस्थान के चेयरपर्सन आर्किटेक्ट तुषार सोगानी ने दो दिवसीय समिट और इसके मुख्य आकर्षणों की जानकारी दी। एसोचैम, राजस्थान के सेक्रेटरी जनरल दीपक सूद ने एसोचैम व इसकी गतिविधियों की जानकारी दी। एसोचैम, राजस्थान के वाइस चेयर विष्णु मोहन झा द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

समिट के तहत विभिन्न विषयों पर सेशन और राउंड टेबल आयोजित किए जा रहे हैं। इनमें स्टार्टअप को आगे कैसे बढ़ाएं, फाइनेंस, ऑनलाइन गेमिंग, आईटी, एवीजीसी, साइबर सिक्योरिटी, नवाचार ,कौशल विकास, जैसे विषयों पर एक्सपर्ट के द्वारा चर्चा की जा रही है।

समिट के तहत पैनल डिस्कशन, मास्टर क्लास, राउंडटेबल, उत्पाद प्रदर्शन/एक्सपो और नेटवर्किंग का संयोजन किया गया है। यह समिट राज्य के युवाओं को उद्योग जगत के दिग्गजों के साथ सीखने, जुड़ने और नेटवर्क बनाने का अवसर प्रदान कर रहा है, ताकि वे सफलता की ओर तेजी से कदम बढ़ा सकें। यह समिट स्टार्टअप को फंडिंग तक पहुंचने और निवेशकों के सामने व्यावसायिक विचार प्रस्तुत करने में भी सक्षम बना रहा है।

एक्सपो के दौरान ‘द फ्यूचर ऑफ ऑनलाइन गेमिंग: रेस्पोंसिबल मेजर्स एंड कॅरियर अपॉर्चुनिटीज’ विषय पर पैनल डिस्कशन हुआ। इसमें टेक लॉयर गौरव कपूर, बाजी गेम्स के सीएफओ नितीश बुगालिया, हेड ऑफ पब्लिक पॉलिसी एंड गवर्नमेंट अफेयर्स के सरवजीत सिंह, जूपी के डायरेक्टर (पब्लिक पॉलिसी) रविशंकर झा ने विषय पर चर्चा की। ध्रुव गर्ग ने इसका संचालन किया। इसमें वक्ताओं ने कहा कि गेमिंग इंडस्ट्री पिछले पांच साल से बूम पर है। सरकार को गेमिंग इंडस्ट्री से 400 प्रतिशत अधिक रेवेन्यू व टैक्स मिल रहा है। गेमिंग इंडस्ट्री आज बॉलीवुड से भी अधिक बड़ी है, क्योंकि इसमें कोई भाषा की दीवार नहीं है। भारत के लोग जापान, कोरिया जैसे देशों के लोगों के साथ गेम खेल रहे हैं। अभी गेमिंग इंडस्ट्री द्वारा सरकार से मांग की गई है कि इंडस्ट्री के लिए कानून बनाने जाएं, ताकि गेमिंग फ्रॉड पर लगाम लग सके। वहीं पैनल डिस्कशन में यह भी चर्चा हुई कि ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ जैसे कल्चर गेम की लोकप्रियता बताती है कि गेमिंग इंडस्ट्री में अभी कल्चरल गेम्स की बहुत जरूरत है, जिस पर काम भी चल रहा है। वहीं राजस्थान में गेमिंग स्टूडियो बनाने के भी प्रयास चल रहे हैं।

एसोचैम राजस्थान स्टार्टअप काउंसिल के चेयरमेन परेश गुप्ता और स्टडी बेस के फाउंडर अनुज आहूजा द्वारा स्टूडेंट की वर्कशॉप ली गई। इसमें परेश गुप्ता ने स्टार्टअप, यूनिकॉर्न, जे कर्व, बर्न रेट जैसे विषयों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप के लिए प्रॉब्लम का मतलब ही अवसर हैं। उन्होंने बताया कि अभी देश में स्टार्टअप्स के पक्ष में काफी सकारात्मक माहौल है। अनुज आहूजा ने बताया कि स्टार्टअप का आइडिया प्रॉब्लम सॉल्विंग होना चाहिए। उन्होंने बिजनेस मॉडल कैनवस व आइडिया के वेलिडेशन की जानकारी भी दी। एक अन्य सैशन में वक्ताओं ने साइबर सिक्योरिटी व इससे जुड़े पहलुओं की जानकारी दी। गेम आर्ट ट्रेनर हितेश जैन ने एनिमेशन, विजुअल इफैक्ट्स, गेमिंग एंड कॉमिक्स के बारे में बताया।

‘फ्रॉम फॉलोअर्स टू फाउंडर्स: इन्फ्लुएंसर्स ट्रांसफॉर्मिंग फैन बेसेस इनटू थ्रिविंग एंटरप्राइजेज’ विषय पर हुए सैशन में ओटीटी स्टार अनुष्का कौशिक ने कहा कि फिल्मों के बारे में आज भी लोगों की सोच काफी पुरानी ही है, मेरी जर्नी इतनी आसान नहीं रही। आज के दौर में सोशल मीडिया काफी जरूरी है और इससे नहीं जुड़ते हैं तो कहीं न कहीं पीछे रह जाते हैं। उन्होंने कहा कि हर जनरेशन में तकनीक में बदलाव होता रहा है। आज की तकनीक से कई लोगों को रोजगार मिल रहा है, इसका हमारे जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। हमें कई बार दूसरों का काम आसान लगता है, लेकिन सिर्फ इसे देखकर ही कोई स्टार्टअप का चुनाव नहीं करें। हो सकता है कि वह सभी कि लिए इतना आसान व सहज नहीं हो। इसी सैशन में फेमस कंटेंट क्रिएटर आत्मन देसाई ने कहा कि मैंने ग्रेजुएशन के बाद ब्रेक लिया और यह डिसाइड किया कि कंटेंट ही वह क्षेत्र है, जहां मुझे रहना चाहिए। इसलिए मैंने किएशन को काफी गंभीरता से लिया और दूसरे क्षेत्रों पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने अपने सफर से जुड़ी यादें साझा कीं। आई स्टार्ट राजस्थान के मेंटर धवल सिंघल ने इस सत्र का संचालन किया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here