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गाँव की ही महिलाओं ने संभाली नशा मुक्ति की मुहिम

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रूमादेवी फाउंडेशन द्वारा सतत चलाया जा रहा है नशा मुक्ति जागरूकता अभियान

++ग्रामीण महिलाएँ जागरूक होकर कर रही है अपने अपने क्षेत्र में नेतृत्व, ला रही है सामाजिक बदलाव

बाड़मेर:- दिव्यराष्ट्र/ सामाजिक कार्यकर्ता और फैशन डिजाइनर डॉ. रूमादेवी के नेतृत्व में रूमादेवी फाउंडेशन द्वारा बाड़मेर जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में नियमित रूप से नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है। जिसका नेतृत्व स्थानीय क्षेत्र की महिलाएं स्वयं आगे आकर कर रही है। इस अभियान का उद्देश्य हमारे समाज को नशे के दुष्प्रभावों से बचाना और एक स्वस्थ, सशक्त भविष्य की दिशा में कार्य करना है। रूमादेवी ने बताया कि नशा हमारे समाज की जड़ों को कमजोर कर रहा है। इस अभियान का उद्देश्य न केवल लोगों को जागरूक करना है, बल्कि उन्हें नशे से बाहर निकालने में मदद करना भी है। उन्होने बताया कि नशा मुक्ति की मुहिम स्थानीय महिलाएँ स्वयं करने के लिए आगे आई है जिससे यह अभियान प्रभावी तरीके से चलाना संभव हो पाया है।

रूमादेवी फाउंडेशन की प्रवक्ता अनिता व कविता कुमारी ने बताया कि इस अभियान के तहत पोकरासर, एरोवाला (सोडियार), बलदेव नगर, खारावाला, जसाई, मालपुरा, हाजनियो की ढाणी (केरली), कपुरडी, बेनिवालसर (खेमपुरा), बिसारनिया और बसरा सहित कई गांवों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं । इन कार्यक्रमों में स्थानीय निवासियों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया गया और इसके खिलाफ एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया गया।

कार्यक्रमों के दौरान विभिन्न कार्यशालाएं और परामर्श सत्र आयोजित किए गए, जिनके माध्यम से यह संदेश दिया गया कि नशा केवल व्यक्ति ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार और समाज को प्रभावित करता है। जागरूकता बढ़ाने के लिए पोस्टर, बैनर और पंपलेट वितरित किए गए। साथ ही नशा छोड़ने में इच्छुक व्यक्तियों को परामर्श और सहायता भी प्रदान की गई। डॉ. रूमादेवी ने यह भी कहा कि यह अभियान जिसमें महिलाएं स्वयं जागरूकता बढ़ाने का काम कर रही है वो केवल शुरुआत है। फाउंडेशन अगले चरणो में और अधिक गांवों और क्षेत्रों में इस पहल को ले जाएगा, ताकि बाड़मेर और इसके आसपास के इलाकों को नशामुक्त बनाने का सपना साकार हो सके।

ये है सामाजिक बदलाव की सूत्रधार

पोकरासर गांव से गोगी देवी, पपु, तगी देवी, झब्बू देवी, हुरमी देवी, अनसी देवी, कालू देवी, चन्नी देवी, इमियो देवी नेनू दुर्गी, इमरती देवी, जमना देवी, हिरोन देवी, अगरी, धर्मी देवी, केकु, चुन्नी, हेमी देवी व चुन्नी। एरोवाला, सोडियार गांव से माली देवी, मिरो देवी, अनदु देवी, तुलसी देवी, तिजो देवी, मोहनी कुमारी, पुष्पा, गेरो देवी, धर्मी देवी, हरखू देवी, चुकी देवी, इमियो देवी, रूपो, मेघी, टिमु देवी, सोहनी कुमारी,रेवती
लीला देवी, शालीनी व कमला देवी।
इसी तरह बलदेव नगर, बाङमेर के भाग एक से वनु, राधा, पेम्पो देवी, भंवरी, रेशमी, परमेश्वरी, बेबी देवी, धर्मी देवी, अनिता, ललिता, ममता, मधु कंवर, पप्पू, चंद्रा, रेवती, गवरी, परमेश्वरी, शमदा देवी, चंपा देवी व राधा।
गाँव खारावाला बाड़मेर से पारू देवी जूंजी देवी, अनासी देवी, रूपो, भंवरी, मिरगो देवी, हरखू, सुआ देवी, शांति देवी, अनासी, हथु देवी, कमला, वन्नू देवी, लाली देवी, धर्मी देवी, गुमनी देवी, मोहनी, जेती देवी, अनु देवी व चंपा।
वहीं बलदेव नगर बाड़मेर के भाग दो से पूजा, कुमारी पुष्पा, पवनी देवी, पुरी देवी, रानी देवी, पेम्पी देवी, अमरती देवी, लक्ष्मी देवी, जमना, कमला कुमारी, अचली देवी, कमला देवी, दामी, देवी, नोजी देवी, पिंकी, शांति देवी, लीला, गीता व सूरज।
जसाई गांव से कांता देवी, अनसी, शायर देवी, धापू कुमारी, गंगा, रोशनी, मंजू, मीना, गुड्डी, मूली देवी गुड्डी जसु, सीता, कविता, रेणुका, मूली देवी, ममता, झमकू, जमना, गीता व भगवती।

मालपुरा गांव से रानी, छगनो देवी, मुली कुमारी, लक्ष्मी देवी,मुली देवी, मीना देवी, मिरो देवी, झिमो देवी, जस्सी देवी, मणि देवी, लक्ष्मी देवी, शांति देवी, गीता देवी, शांति देवी, पूरो देवी, अंसी देवी, नोजी देवी,जैती देवी चनानी देवी व पवनी देवी

हाजाणियों की ढाणी, केरली से राधा देवी, कविता, कमला देवी, गीता देवी, पिपली देवी, वाली कुमारी चुआ देवी, रेशमा, पपु देवी, हेमी बाई, गंगा देवी, चंपा देवी, अनिता देवी, सुआ कंचन, मीना गुड्डी, जमना देवी, ममता
कपूरड़ी गांव से कमला चौधरी, गुड्डी, कमला देवी, कमला जानी, कमला, लीला, कविता, गंगा,
ओमना, कमला देवी, कौशल्या देवी, जमना, गुड्डी, वसुन्धरा, कमला, गंगा देवी, गंगा देवी, पार्वती पदमि कुमारी व लीला।

बेनीवालसर खेमपुरा,बाड़मेर से परमेश्वरी देवी, अनासी देवी चुन्नी देवी चेनी कुमारी वीरो देवी, अणछी भंवरी देवी, कमला, मुली देवी, बाली देवी बेनीवाल, रामू देवी, लक्ष्मी कुमारी ,परमेश्वरी, वनु देवी, कमला देवी, भंवरी देवी, मूली कुमारी, भावना, मोहनी देवी व टुगी देवी।

बलदेव नगर बाड़मेर के भाग तीन से जमना,लक्ष्मी देवी, शांति देवी, गुमानी देवी, गीता देवी, शांति देवी, हफाली देवी, बेबी देवी, धानी, मालू देवी, खेमी, पापु, पापु, कमला देवी, पावनी, पुष्पा देवी, गुड़िया, परमेश्वरी, प्यारी व तुलसी।
बिसारनिया गांव से कसुंबी देवी,यशोदा देवी, गैरों देवी, आशु देवी, कविता, देवो देवी, मोहनी, गुड्डी,स्वरूपी, पप्पू देवी,चुन्नी देवी,लक्ष्मी देवी, गुलाबी देवी,लीला,असली देवी, कमला, गीता,अणसी देवी व मनीषा।
बसरा गांव से शांति देवी, वरजू देवी, सुशिया, मखनी देवी, सुगनी देवी, गुड्डी देवी, लहरी, झमु देवी, नोखा देवी, राधा देवी, कुंता कुमारी, गीता देवी, उगी देवी, गंगा देवी, अमीयो, उर्मिला, कांता देवी, पांची, अनु देवी, पिपली
सुथारो की ढाणी, सनावड़ा :- गीता देवी, जसोदा, छगनी देवी, परमेश्वरी देवी, नोजी, माया, पुष्पा देवी, वैष्णो देवी, मांगी देवी, पुष्पा, कैसी देवी, मांगी,हवा देवी,जमुना,तीजो देवी, मांगी देवी, गोमी देवी, हरिया देवी,वरजूदेवीव चैनी देवी।

बलदेव नगर भाग चार से खेतू प्रजापत, अनीता, गीता देवी, दया, निर्मला,तिबू, सुशीला, जसू कंवर,प्रकाश कंवर, इवान, हेमलता, सती देवी, गुड्डी देवी, चुकी,पालु,दया, निरमा,इंदिरा देवी, अंतरी देवी, चंद्रा देवी
लाभू का तला:- तारी देवी, राजो, वन्नू, जमना, शांति, यशोदा, प्रेमी देवी, मीरा, गवरी, मांगी, गोमी देवी, इमिया देवी, धोल देवी, मूमल, टिमो, चतरु देवी, चांदनी, मूली देवी, गवरी व खेमी देवी।
जाखडो की ढाणी से अमरू देवी, वरजू, मंजू कुमारी, अणसी, नेनु देवी, जतु , हवा कुमारी, गोमी चौधरी, सीमा कुमारी, इमरती, लक्ष्मी देवी, भूरी देवी, भूरी देवी, धर्मी, अचली, ममता, सारो देवी, सुगनी, सुगनी व हेमी ने रूमा देवी फाउंडेशन के नशामुक्त परिवार बनाने का संकल्प लेते हुए अपने अपने गाँव में जागरूकता बनाये रखने के लिए अगुवा बनी।

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