2467 छात्रों को मिली डिग्री: जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी का 8वां दीक्षांत समारोह आयोजित
मुख्य अतिथि सुरेश प्रभु ने दीक्षांत समारोह में छात्रों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी
जयपुर,, दिव्यराष्ट्र/ जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी में 8वें दीक्षांत समारोह का आयोजन बेहद उत्साह और भव्यता के साथ हुआ। इस मौके पर कुल 2467 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गईं, जिनमें 1848 फुल-टाइम और 617 डिस्टेंस एजुकेशन के छात्र शामिल थे। इस सफलता के साथ यूनिवर्सिटी ने अपनी प्रगति में एक और महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ा।
कार्यक्रम की शुरुआत वाइस चांसलर, विक्टर गंभीर,चीफ गेस्ट सुरेश प्रभु और गेस्ट ऑफ ऑनर इंद्रजीत सिंह एवं कपिल गोयल और अन्य विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर की गई।
इस समारोह में 2467 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गईं। इनमें 32 गोल्ड मेडल, 16 सिल्वर मेडल और 11 ब्रॉन्ज मेडल विजेता भी शामिल थे। साथ ही, 18 छात्रों को पीएचडी की उपाधि दी गई और 2 ऑनरेरी शोध उपाधि सुरेश प्रभु एवं कपिल गोयल को उनके अद्वितीय योगदान के लिए भेंट की गईं।
देश और विदेश से आए अभिभावकों ने इस खुशी के पल में अपने बच्चों के साथ भाग लिया।
दीक्षांत परेड समारोह का मुख्य आकर्षण रही, जहां पारंपरिक रोब और दीक्षांत कैप में सजे छात्र-छात्राओं की खुशी और उत्साह देखते ही बन रहा था। अपने बच्चों को गर्व से मार्च करते देख अभिभावकों की आंखें खुशी और गर्व से भर आईं।
यह आयोजन छात्रों के लिए न केवल एक यादगार क्षण था बल्कि उनके अभिभावकों के लिए भी एक गर्व और आनंद से भरा अनुभव बन गया।
इसी दौरान पूर्व संसद सदस्य सुरेश प्रभु ने ग्रेजुएट्स और उनके अभिभावकों को बधाई दी और कहा की यहां से आपके सुनहरे भविष्य की शुरुवात होती है। साथ ही उन्होंने कहा कि आज तक यह सभी बच्चे एक बहुत ही सुरक्षित दुनिया में जी रहे थे पर आज के बाद यह थिएटर ऑफ एक्शन यानी असल दुनिया में कदम रखेंगे पर इनके सीखने का और शिष्य रहने का सफर ख़त्म नहीं होता।
आज की दुनिया में सीखने की इच्छा होना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। अगर आप कुछ भी सीखने के इच्छुक है तो बहुत सारे दरवाज़े आपके लिए खुले है। अंत में उन्होंने सभी को अपनी ज़िन्दगी में कुछ नया करने की सलाह दी और साथ ही उन्हें आगे बढ़ने के लिए उत्तेजित किया।
इसी के साथ गेस्ट ऑफ ऑनर इंद्रजीत सिंह का कहना था कि कुछ भी करने के लिए हमें 3 एच मंत्र फॉलो करना होता है जिसमें पहला एच का भाव है हार्ट यानि दिल, दूसरे एच का भाव है हेड यानी दिमाग और तीसरा एच है हैंड यानी हाथ के लिए। अगर संक्षिप्त में देखा जाए तो इसका मतलब यह निकलता है कि अगर हम अपने सपने के लिए पैशनेट है तो हमारा दूसरा कदम उस सपने के बारे में ज्ञान लेना एवं उसके प्रति उत्तेजित दृष्टि रखना है और फिर उससे पूरा करने के लिए अपने कंफर्ट जोन को छोड़ कर उसकी तरफ अपने कदम बढ़ाना है। और साथ ही उन्होंने कहा कि परिवर्तन निरंतर है और उसके साथ आगे बढ़ना हमारा कर्तव्य।
वहीं दूसरे गेस्ट ऑफ हॉनर कपिल गोयल का कहना था अगर हम रामचरित्र मानस, भारतीय संविधान एवं श्री कृष्ण के संदेशों का समावेश कर उससे पढ़े तो एक बेहतर भविष्य की कल्पना की जा सकती है।
चेयरपर्सन,जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी ओ.पी अग्रवाल ने बताया की इस बार 2467 डिग्रियां बच्चो को मिली, साथ ही उन्होंने बच्चो और उनके माता पिता को उज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
वाइस चांसलर, जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी, प्रो. विक्टर गंभीर ने इस साल का एकेडमिक रिकार्ड बताया और कहा की अबतक 10792 विद्यार्थियो को इंटर्नशिप ऑफर हो चुकी है, वही लॉ पड़ने वाले 2 बच्चों ने राजस्थान ज्यूडिशियल सर्विसेज में अपनी जगह बनाई हैं।
वाइस चेयरपर्सन, अमित अग्रवाल ने छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि यह उनकी मेहनत और समर्पण का फल है। उन्होंने छात्रों से कहा कि अब यह समय है कि वे अपने ज्ञान और कौशल का उपयोग समाज और राष्ट्र की प्रगति के लिए करें। उन्होंने यह भी कहा कि यूनिवर्सिटी न केवल शिक्षाविदों में बल्कि नैतिक मूल्यों के साथ जिम्मेदार नागरिकों का निर्माण करने में विश्वास रखती है।