वित्त वर्ष 24-25 में शुद्ध लाभ में 92% की वृद्धि
मुनाफा बढ़कर 43.07 करोड़ रुपये हुआ
मुंबई, दिव्यराष्ट्र:/ फर्नीचर और अप्लायंसेज़ किराये पर उपलब्ध कराने वाली कंज्यूमर टेक कंपनी रेंटोमोजो ने वित्त वर्ष 2025 के अपने वित्तीय नतीजों की आज घोषणा की। इसके साथ ही कंपनी ने लगातार तीसरे वर्ष मुनाफा दर्ज किया है और भारत में फ्लेक्सिबल लिविंग को सुलभ बनाने के लक्ष्य के साथ निरंतर विकास जारी रखा है।
वित्त वर्ष 25 में कंपनी का शुद्ध लाभ बढ़कर 43.07 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 24 में 22.49 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 23 में 6.2 करोड़ रुपये था। इस तरह रेंटोमोजो ने लाभदायक वृद्धि की अपनी मजबूत परंपरा को जारी रखा है। नेट रेंटल रेवेन्यू 265.96 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 23 से वित्त वर्ष 25 के बीच 48.24% की सीए जी आर को दर्शाता है। वित्त वर्ष 25 में एबिटा बढ़कर 118.41 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 24 में 78.23 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 23 में 27.14 करोड़ रुपये था।
रेंटोमोजो के फाउंडर और सीईओ गीतांश बमनिया ने कहा, “रेंटोमोजो मूल रूप से एक कंज्यूमर टेक कंपनी है, जो सब्सक्रिप्शन-फर्स्ट मॉडल पर काम कर रही है। इस मॉडल ने लगातार मुनाफा सुनिश्चित किया है और साथ ही उपभोक्ताओं की एक बड़ी समस्या का समाधान भी किया है। हमारा प्रदर्शन हमारे मजबूत बिजनेस फंडामेंटल्स और अनुशासित एग्जीक्यूशन को दर्शाता है। ऑटोमेशन, इंटेलिजेंट रिफर्बिशमेंट और सहज सेवा हमारी ऑपरेशंस के केंद्र में हैं, और इसी के जरिए हम भारत में फ्लेक्सिबल लिविंग का भविष्य आकार दे रहे हैं।”
गीतांश ने आगे कहा, “23 शहरों में मौजूदगी और 71 एक्सपीरियंस स्टोर्स के साथ हम पूरे भारत में फ्लेक्सिबल लिविंग की पहुंच बढ़ा रहे हैं। हमारा बढ़ता ऑफलाइन नेटवर्क और सब्सक्रिप्शन-फर्स्ट मॉडल मिलकर उपभोक्ताओं का भरोसा मजबूत कर रहा है और अपनाने की गति को तेज कर रहा है।”
कंज्यूमर टेक और लाइफस्टाइल के संगम पर काम करने वाली रेंटोमोजो की पेशकश में फर्नीचर, अप्लायंसेज़ और तेजी से बढ़ती कैटेगरी जैसे वॉटर प्यूरीफायर शामिल हैं। यह नई पीढ़ी के भारतीय उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करती है, जो मालिकाना हक की बजाय लचीलापन पसंद करते हैं।
रिफर्बिशमेंट में दोबारा निवेश, ऑटोमेशन पर मजबूत फोकस और अनुशासित कैपिटल मैनेजमेंट के साथ रेंटोमोजो ने वित्त वर्ष 25 में 25.1% का आरओसी दर्ज किया।
रेंटोमोजो का रिफर्बिशमेंट आधारित सर्कुलर इकॉनमी मॉडल, जिसमें पुन: उपयोग और सस्टेनेबिलिटी पर लगातार निवेश किया जाता है, कंपनी की दीर्घकालिक मजबूती को और बढ़ाता है तथा वैश्विक ईएसजी मानकों के अनुरूप भी है।



