दिव्यराष्ट्र, जयपुर: राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के बशीर गांव निवासी किसान संदीप सिंह पिछले तीन वर्षों में ‘रासी मित्र’ के रूप में जुड़े हैं। ‘रासी मित्र कार्यक्रम’ से जुड़ने के बाद उनके जीवन में उल्लेखनीय परिवर्तन आया है। इसके तहत मिले प्रशिक्षण से जब उन्हें कृषि तकनीक में विशेषज्ञता हासिल हुई, तो वे इस नये ज्ञान को किसानों के साथ साझा करने लगे। इससे उन्हें समाज में सम्मान मिलना शुरू हो गया। रासी सीडस द्वारा वर्ष 2015 में शुरू की गई पहल ‘रासी मित्र’ का हिस्सा बनने के बाद संदीप सिंह के लिए किस्मत के नये दरवाजे खुल गये।
‘रासी मित्र’ कार्यक्रम के माध्यम से श्री संदीप सिंह को उन्नत कृषि पद्धतियों के संबंध में व्यक्तिगत प्रशिक्षण और विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्राप्त करने का सौभाग्य मिला। वे बताते हैं कि ‘रासी मित्र’ कार्यक्रम से जुड़ने के बाद पिछले तीन वर्षों से वे आर्थिक रूप से उन्नति की राह पर हैं। रासी मित्र कार्यक्रम ने उन्हें कृषि तकनीक और कृषि संबंधी कई अन्य पहलुओं के बारे में मूल्यवान ज्ञान प्रदान किया है, जिससे उन्हें उचित निर्णय लेने और अपनी कृषि पद्धतियों में उल्लेखनीय सुधार करने में मदद मिली है।
इसी तरह राजस्थान के श्रीगंगानगर के गुरप्रीत सिंह रासी मित्र कार्यक्रम के तहत वैज्ञानिक तौर पर दिये गये प्रशिक्षण के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहते हैं कि कृषि तकनीक प्रशिक्षण प्राप्त करने के कारण ही वे अपने साथी किसानों की सहायता करने में सक्षम हैं।
रासी सीड्स के मार्केटिंग प्रमुख सरवनन एन ने किसानों की सकारात्मक प्रतिक्रिया की सराहना करते हुए कहा कि रासी मित्र कार्यक्रम ने न केवल रजिस्टर्ड किसानों की कृषि क्षमता को बढ़ाया है, बल्कि एक व्यापक प्रभाव भी छोड़ा है, जो बड़े कृषि पारिस्थितिकी तंत्र को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर रहा है। आधुनिक कृषि पद्धतियों की जानकारी प्राप्त करने वाले किसान समाज की भलाई के लिए अपने ज्ञान का प्रचार करते हैं।
वर्ष 2015 में शुरुआत के बाद से ‘रासी मित्र कार्यक्रम’ भारत के कृषि परिदृश्य में सकारात्मक बदलाव के लिए एक प्रेरक शक्ति रहा है। 10 राज्यों के लगभग 7500 गांवों का प्रतिनिधित्व करने वाले 15,000 से अधिक रजिस्टर्ड किसानों के साथ रासी सीड्स की पहल पूरी तरह ज्ञान हस्तांतरण और सहयोग पर केंद्रित है, ताकि किसानों को फसल की पैदावार और निवेश पर रिटर्न में सुधार करने के लिए प्रेरित कर सशक्त बनाया जा सके। रासी मित्र कार्यक्रम यह सुनिश्चित करता है कि किसानों को उन्नत कृषि पद्धतियों में विशेषज्ञों का मार्गदर्शन प्राप्त हो, जिससे कृषि उत्पादन और लाभप्रदता में वृद्धि हो। यह कार्यक्रम स्थानीय किसानों को रासी मित्रों के रूप में सशक्त बनाने पर भी जोर देता है, जो समुदायों में स्थायी कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देते हुए साथी किसानों के साथ अपने ज्ञान को साझा करते हैं।
राजस्थान में 1483 से अधिक किसानों की भागीदारी के अलावा हरियाणा, गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक सहित विभिन्न राज्यों में सक्रिय भागीदारी के साथ रासी मित्र सामूहिक प्रयासों के माध्यम से कृषि उत्पादन में उत्कृष्टता को बढ़ावा दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ‘रासी मित्र’ की उन्नति से किसानों का सशक्तिकरण और कृषि क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा। भारतीय कृषि की समृद्धि से किसानों का भविष्य उज्जवल होगा। वास्तव में हम कह सकते हैं कि रासी मित्र कार्यक्रम कृषि और किसानों का सच्चा हितैषी है।