मुंबई: ओल्ड ब्रिज कैपिटल मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्रायोजित किए गए ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड ने इक्विटी के अपने पहले न्यू फंड ऑफर (एन.एफ.ओ.) -‘ओल्ड ब्रिज फोकस्ड इक्विटी फंड’, (अधिकतम 30 शेयरों (मल्टी कैप) में निवेश करने वाली एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम) को पेश करने के साथ ही भारत के उतार-चढ़ाव भरे म्यूचुअल फंड उद्योग में अपना कदम रखा है। निवेशकों को सोच-समझकर चुनी गई कंपनियों की विकास की संभावनाओं में भाग लेने का एक अनूठा अवसर प्रदान करना इस ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम का उद्देश्य है। यह एन.एफ.ओ. 17 जनवरी, 2024 से 19 जनवरी, 2024 तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला है। यह एन.एफ.ओ. 17 जनवरी, 2024 से 19 जनवरी, 2024 तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला है। निवेशक कम से कम रु. 2,500 और उसके बाद रु. 1 के गुणकों में एसआईपी निवेश के साथ इसमें भाग ले सकते हैं। एकमुश्त निवेश करने के लिए, कम से कम राशि रु. 5,000 रखी गई है। इस स्कीम को एस.एंड पी. बी.एस.ई. 500 टी.आर.आई. के आधार पर मानदंड प्रदान किया जायेगा।
इस पर अपने विचार व्यक्त करते हुए ओल्ड ब्रिज एसेट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं ओल्ड ब्रिज कैपिटल मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक निदेशक, केनेथ एंड्रेड ने कहा, “हम पूँजी में दीर्घकालिक वृद्धि की इच्छा रखने वाले निवेशकों के लिए अपना पहला इक्विटी फंड प्रस्तुत करने को लेकर रोमांचित हैं। इस फंड की रणनीति निवेश के हमारे सिद्धांत के अनुरूप है जो अच्छे नेतृत्व और विकास की क्षमता से युक्त प्रारंभिक-चक्र वाले व्यवसायों पर पूरा ध्यान देती है।”
उन्होंने बताया, “ओल्ड ब्रिज फोकस्ड इक्विटी फंड की पेशकश भारत के म्यूचुअल फंड उद्योग में अभूतपूर्व विकास की दिशा में है, जैसा कि उद्योग व्यापार निकाय ए.एम.एफ.आई. के हाल में प्रस्तुत किए गए आँकड़ों से पता चलता है। 2023 के शुरुआत के 11 महीनों के दौरान 20 मिलियन से अधिक नए निवेश के खातों और फंड की परिसंपत्तियों में 19% की वृद्धि के साथ, भारत अमेरिका, जापान और चीन जैसे विश्व के समकक्ष देशों से आगे निकल गया है।
बाज़ार में अलग-अलग कंपनियों के पूँजी लगाने के वर्गों (अर्थात मिड कैप, स्मॉल कैप, लार्ज कैप) के अधिक से अधिक 30 शेयरों में सोच-समझकर निवेश करने के द्वारा पूँजी की दीर्घकालिक वृद्धि प्राप्त करना इस फंड का मुख्य उद्देश्य है। इस मल्टी-कैप वाले तरीके को टिकी रहने वाले आर्थिक गिरावटों वाली उन कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए जिनके पास लंबे समय का फ्रेंचाइज़ी मूल्य और निरंतर विकास करने क्षमता है, लंबी अवधि में पूँजी को कई गुना बढ़ाने की क्षमता वाले व्यवसायों को पहचानने के लिए तैयार किया गया है।
इस फंड का प्रबंधन निवेश की अनुभवी व्यावसायिक कंपनियों, केनेथ एंड्रेड और श्री तरंग अग्रवाल द्वारा किया जायेगा, जो बाज़ार की उतार-चढाव वाली स्थितियों से लाभ प्राप्त करने के लिए अपने संयुक्त अनुभव और विशेषज्ञता से काम लेंगे।
ए.एम.एफ.आई. द्वारा जारी किए गए आँकड़ों के अनुसार, पिछले दशक में, भारत के म्यूचुअल फंड उद्योग ने छह गुना से अधिक की आश्चर्यजनक वृद्धि की है, जो 2013 में लगभग रु. 8 लाख करोड़ से बढ़कर 2023 के अंत तक प्रभावशाली रु. 50.8 लाख करोड़ हो गया है। यह उल्लेखनीय यात्रा इस उद्योग की तटस्थता और ढलने की क्षमता को बेहतर बनाती है, जो भारत की विकास कहानी की हल-चल भरी पृष्ठभूमि के आधार पर विकसित होने की क्षमता को दर्शाती है।