फेस्टिव सीज़न से पहले भारत की एकमात्र ट्रू ईकॉमर्स कंपनी, मीशो ने अपने सैलर और लॉजिस्टिक्स नेटवर्क में 8.5 लाख से ज्यादा सीज़नल नौकरियों की घोषणा की है। इनमें से 60 प्रतिशत नौकरियाँ टियर 3 और टियर 4 शहरों में दी जा रही हैं। इससे पिछले साल के मुकाबले सीज़नल नौकरियों में 70 प्रतिशत वृद्धि प्रदर्शित होती है। मीशो विक्रेताओं ने इस साल फेस्टिव सीज़न की मांग को पूरा करने के लिए 5 लाख सीज़नल कर्मचारियों की भर्ती की वो उन्हें अल्पकालिक एवं विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं ताकि वो सॉर्टिंग मैनुफैक्चरिंग, और पैकेजिंग जैसी विभिन्न क्षमताओं में काम कर सकें। इसके अलावा सैलर्स ने अतिरिक्त तैयारियाँ भी की हैं, और नई श्रेणियों में प्रवेश करते हुए नए उत्पाद पेश किए हैं, फेस्टिव कलेक्शन तैयार किए हैं, तथा ग्राहकों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए इन्वेंटरी चेक भी किए जा रहे हैं।
इसके बारे में सौरभ पांडे सीएक्सओ फुलफिलमेंट एवं एक्सपीरियंस मीशो ने कहा मीशो ने छोटे व्यवसायों और स्थानीय निर्माताओं के विकास में मुख्य भूमिका निभाई है। इन त्योहारों पर हम 8.5 लाख सीज़नल नौकरियों का सृजन कर रहे हैं, जो मुख्यतः टियर 3 और छोटे शहरों में उत्पन्न होंगी। एसएमबी, स्थानीय निर्माताओं और लॉजिस्टिक्स प्रदाताओं को अपना व्यवसाय बढ़ाने में समर्थ बनाने से आर्थिक अवसर उत्पन्न हो रहे हैं, जिससे इन क्षेत्रों में वित्तीय समावेशन आ रहा है। त्योहारों का समय हमारे सैलर्स, लॉजिस्टिक्स पार्टनर्स और ग्राहकों के लिए पीक टाईम होता है, इस समय हम ई-कॉमर्स को सभी के लिए सुलभ और समावेशी बनाकर बड़ा परिवर्तन लाना चाहते हैं। हमारे ये प्रयास अपना उद्देश्य पूरा करने की हमारी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करते हैं।
अभिषेक बंसल, सीईओ एवं को-फाउंडर, शैडोफैक्स ने कहा, ‘‘शैडोफैक्स में हम अपनी लॉजिस्टिक्स क्षमता बढ़ाकर फेस्टिव सीज़न की मांग को पूरा करने के लिए तैयार हैं। हम विभिन्न वैल्यू-एडेड सेवाओं, जैसे रिवर्स क्वालिटी चेक आधारित पिकअप्स, हैंड-टू-हैंड डोरस्टेप एक्सचेंज, और ओपन बॉक्स डिलीवरी आदि के साथ अपनी क्षमता को बढ़ाकर दोगुना करने के लिए उत्साहित हैं। इनमें से कई सेवाएं पिछले एक साल में मीशो के साथ साझेदारी में विकसित की गई हैं। साथ ही हमारे ‘वीमन इन लॉजिस्टिक्स’ अभियान के साथ हमारे वेयरहाउस और सॉर्ट सेंटर में लगभग 50 प्रतिशत अतिरिक्त पदों पर महिलाएं काम करेंगी। यह अभियान न केवल हमारी योजना के लक्ष्यों को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में विविधता और समावेशन लाने की हमारी प्रतिबद्धता पर भी बल दे रहा है।