जयपुर, दिव्यराष्ट्र/ जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी लगातार राजस्थान में रिसर्च इको सिस्टम बनाने का प्रयत्न कर रहा है जेयू का प्राथमिक फोकस इनोवेशन और क्रिएटिविटी को बढ़ावा देना है, खासकर फैकल्टी, स्टूडेंट्स और नवोदित उद्यमियों के बीच और इसके लिए जेईसीआरसी दिन रात काम करती हैं और यहीं वजह हैं की जेईसीआरसी इनोवेशन में हर रोज़ नया मकाम रच रहा है|
हाल ही में डीन स्कूल ऑफ़ कंप्यूटर एप्लीकेशन, दीपक डेम्ब्ला ने पिछले 12 महीनों में कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं और जेईसीआरसी का नाम रोशन किया है उन्होंने स्कोपस इंडेक्स्ड अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में 12 शोध पत्र प्रकाशित किए हैं, 9 पेटेंट दाखिल और प्रकाशित किए, जिनमें 1 डिजाइन पेटेंट और 1 जर्मन पेटेंट शामिल हैं, एससीआई /स्कोपस इंडेक्स्ड अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं के लिए दर्जनों शोध पत्रों की समीक्षा की, अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में 4 शोध पत्र प्रस्तुत किए, एआई, एमएल और वायरलेस नेटवर्क्स जैसे विभिन्न शोध विषयों पर छात्र शोधकर्ताओं के लिए 3 सत्र भी आयोजित किए| उनका जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी को धन्यवाद किया और कहाँ की जेईसीआरसी विश्वविद्यालय अपने परिसर में एक उत्कृष्ट शोध पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देता हैं जिससे स्टूडेंट्स के साथ साथ फैकल्टीज को भी उनके विकास में मदद मिलती हैं |
वाइस चेयरपर्सन, अर्पित अग्रवाल, जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी ने कहाँ की जेईसीआरसी समाज में अनुसंधान विकास की दिशा में काम कर रहा है और एक ऐसी संस्कृति बना रहा है जो समाज के उत्थान में मदद करेगी। हमारा लक्ष्य है कि हम अपने शोध कार्यों के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाएँ और सामाजिक समस्याओं का समाधान करें। विश्वविद्यालय का माहौल छात्रों और शोधकर्ताओं को प्रेरित करता है कि वे अपने विचारों और शोध कार्यों से समाज में वास्तविक अंतर ला सकें।