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छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने और रोजगार के नए द्वार खोलेगा इन्क्यूबेशन सेंटर : प्रो. राय

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शेखावाटी विश्वविद्यालय में एक और नवाचार, इन्क्यूबेशन सेंटर को लेकर हुई अहम बैठक

सीकर। दिव्यराष्ट्र/ पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय, सीकर में नवाचार और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इन्क्यूबेशन सेंटर के संबंध में अहम बैठक हुई। विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में हुई इस बैठक में प्रतिष्ठित शिक्षाविदों, विश्वविद्यालय के उच्चाधिकारियों और फाउंडेशन के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
पीडीयूएस फाउंडेशन द्वारा शुरू किए जा रहे इन्क्यूबेशन सेंटर के संबंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता शेखावाटी विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो.(डॉ.) अनिल कुमार राय ने की। कुलगुरु प्रो. अनिल राय ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह इन्क्यूबेशन सेंटर सीकर क्षेत्र में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह सेंटर विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में प्रेरित करेगा और रोजगार सृजन के नए द्वार खोलेगा।
इस अवसर पर महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी, बिहार के पूर्व कुलपति प्रोफेसर अनिल अग्रवाल, विश्वविद्यालय की कुलसचिव श्वेता यादव, वित्त नियंत्रक महेश चंद शर्मा, उप कुलसचिव (सम्बद्वता) डॉ. रविंद्र कटेवा और पीडीयूएस फाउंडेशन के समन्वयक डॉ. डीपी सिंह उपस्थित रहे।
बैठक में सुनील जायसवाल ने प्रजेंटेशन के माध्यम से इन्क्यूबेशन और स्टार्टअप्स का परिचय दिया। उन्होंने बताया कि यह इन्क्यूबेशन सेंटर नवोदित उद्यमियों और छात्रों को उनके अभिनव विचारों को वास्तविकता में बदलने के लिए सहायता और संसाधन प्रदान करेगा।
प्रो. अनिल अग्रवाल ने अपने अनुभव साझा करते हुए स्टार्टअप इकोसिस्टम के महत्व पर प्रकाश डाला और इस बात पर जोर दिया कि विश्वविद्यालय ऐसे केंद्रों के माध्यम से अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
फाउंडेशन की महत्वपूर्ण पहल है इन्क्यूबेशन सेंटर
यह इन्क्यूबेशन सेंटर पीडीयूएस फाउंडेशन की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य छात्रों और स्थानीय समुदाय के बीच उद्यमिता की भावना को बढ़ावा देना और उन्हें सफल स्टार्टअप्स स्थापित करने में मदद करना है। निकट भविष्य में यह केंद्र न केवल तकनीकी नवाचारों का केंद्र बनेगा, बल्कि ग्रामीण और अर्ध-शहरी पृष्ठभूमि से आने वाले छात्रों के सपनों को उड़ान देने वाला प्लेटफॉर्म भी सिद्ध होगा।

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