जयपुर,, दिव्यराष्ट्र/ एमएनआईटी जयपुर के निदेशक प्रो. एन. पी. पाधी ने आईआईएसएफ2024 के तत्वावधान में आईआईटी गुवाहाटी (कोर 5 ब्लॉक) में आयोजित “विकसित भारत 2027-प्रज्ञा भारत के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी के नए मोर्चे” के उद्घाटन सत्र में अध्यक्षीय भाषण दिया। उन्होंने उल्लेख किया कि जब वे आईआईएसएफ को विशेष रूप से छात्रों की विस्तृत श्रृंखला के लिए कार्यक्रमों का आयोजन करते हुए देखते हैं तो वे कैसे प्रेरित महसूस करते हैं। पिछले दशक के दौरान दिवाली की रात को भारत की उपग्रह तस्वीर भारत के विकास की प्रगति को दर्शाती है। भारत का 30% से अधिक हिस्सा अभी भी अंधेरे में है और हमें इन चुनौतीपूर्ण आवश्यकताओं पर काम करने की आवश्यकता है। एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के रूप में, उन्हें लगता है कि भारत में पर्याप्त ऊर्जा होनी चाहिए और भारत कुशल ऊर्जा उत्सर्जन के साथ-साथ नवीकरणीय ऊर्जा और अन्य ऊर्जा स्रोतों की शुरुआत के साथ अपनी ऊर्जा क्षमता बढ़ाने पर काम कर रहा है। इन चुनौतीपूर्ण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए हमें नए भंडारण समाधान विकसित करने की आवश्यकता है।
डॉ. अनीता गुप्ता, डॉ. जयदीप बरुआ, डॉ. श्रीदेवी जेड, प्रो. के. के. पंत, प्रो. एस. के. सिंह, प्रो. अभय करंदीकर ने भी अपने भाषण दिए। सत्र का समापन डॉ. मेघेंद्र शर्मा, राष्ट्रीय समन्वयक, प्रज्ञा भारत द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ किया गया।