जयपुर, दिव्यराष्ट्र/ शिष्य कच्ची मिटटी की तरह होता है,वो गुरु ही होता है जो अपने ज्ञान से उस मिटटी को एक सही रूप देता है और शिष्य के जीवन को संवारता है| आज शिक्षक दिवस पर शिक्षकों का सम्मान करने के लिए हरे कृष्ण मूवमेंट जयपुर ने ‘टीचर्स फेस्ट – 2024’ का आयोजन किया, जिसमे जयपुर के कई स्कूल, यूनिवर्सिटी, कॉलेज के प्रिंसिपल्स, टीचर्स और फेकल्टी ने भाग किया| टीचर्स फेस्ट का उद्देश्य था शिक्षकों को अपनी संस्कृति और संस्कारों के बारे में जागरूक करना जिससे वो हमारी नई पीढ़ी को हमारे संस्कारों और आध्यात्मिक गतिविधियों के बारे में अवगत करवाएं ताकि वो अपनी जड़ों से जुड़ सकें|
हरे कृष्ण मूवमेंट के ‘टीचर्स फेस्ट – 2024’ में कई विश्वविद्यालयों के प्रो-चान्सलर, वाईस- चान्सलर उपस्थित थे जिन्होंने वहाँ पर आये टीचर्स को ये बताया की हमारी संस्कृति के मूल्य आज भी उतने ही ज़रूरी हैं जितने की पहले हुआ करते थे और उन्हीने सभी अद्ध्यापकों से यह आह्वान किया की किताबी ज्ञान के साथ बच्चों को हमारे मूल्यों और संस्कारों की भी समझ दें जिसे बच्चों की आध्यात्मिक और मानसिक नीव मज़बूत हो| मंदिर के उपाध्यक्ष श्री अनंत शेष दास ने सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया जिनमे जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी के प्रो एच एन वर्मा, प्रो आर एल रैना, एस के आई टी से डॉ रमेश कुमार पचार, एस एल सुराना, जयपाल मील, पूर्णिमा यूनिवर्सिटी से डॉ. एस. सी.पाधे, जे ई सी आर सी यूनिवर्सिटी से प्रोफ. विक्टर गंभीर और ज्ञानम् फाउंडेशन से दीपक गोस्वामी उपस्थित थे| सभी ने वहाँ उपस्थित अध्यापकों के उज्जवल भविष्य की कामना की|