जयपुर, दिव्यराष्ट्र (।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचार विभाग के प्रकल्प पुस्तक पाठक संगम के द्वारा स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य पर स्वामी विवेकानन्द का जीवन एवं संदेश पर आधारित पुस्तक पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस परिचर्चा में संघ के महानगर प्रचार प्रमुख अशोक कुमार शर्मा द्वारा प्रमुख चर्चा में कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने समस्त विश्व को धर्म से जोड़ने का प्रयास किया है। सनातन धर्म विश्व के सभी विचारों का सम्मान करता है।भारत देश की तात्कालिक परिस्थितियों को देखकर वे बहुत व्यथित थे। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि भारत का नवनिर्माण भारतीयता अर्थात हिंदुत्व के आधार पर ही हो सकता है।अन्य पाठकों के द्वारा भी अपने-अपने सुझाव एवं मंतव्य व्यक्त किए गए । कार्यक्रम का संचालन डॉ . दर्शना जैन ने किया, राजकुमार जैन,कमल, अर्चना ,कुनाल, कार्तिक, डॉ . सुरेन्द्र जाखाड़ द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया । कार्यक्रम के अंत में डॉ सतेन्द्र कुमार जैन, जयपुर के द्वारा सभी आगुन्तकों को अपनी पुस्तक “अपनी प्रिय भाषाएं एवं प्राकृत” भेंट की गई।