Home ताजा खबर पहली बार संतोकबा मानवतावादी पुरस्कार का मुंबई में आयोजन

पहली बार संतोकबा मानवतावादी पुरस्कार का मुंबई में आयोजन

134 views
0
Google search engine

साइरस पूनावाला, शिव नादर सामाजिक कार्यकर्ता डॉ.अभय, डॉ.रानी बंग को सम्मानित किया

मुंबई, दिव्यराष्ट्र- श्री रामकृष्ण नॉलेज फाउंडेशन (एसआरकेकेएफ), श्री रामकृष्ण एक्सपोर्ट्स (एसआरके) की परोपकारी शाखा, एक प्रसिद्ध प्राकृतिक हीरा कंपनी ने जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में संतोकबा मानवतावादी पुरस्कार समारोह की सफलतापूर्वक मेजबानी की। इस कार्यक्रम में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक साइरस पूनावाला, शिक्षा सुधारक और एचसीएल तथा शिव नादर फाउंडेशन के संस्थापक शिव नादर, सामाजिक कार्यकर्ता और सर्च फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. अभय बंग और डॉ. रानी बंग को सम्मानित किया गया। संतोकबा मानवतावादी पुरस्कार पहली बार ‘सपनों के शहर’ मुंबई में आयोजित किया गया, जिसमें अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी और महर्षि वेदव्यास प्रतिष्ठान के अध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि महाराज ने मुख्य अतिथि के रूप में अध्यक्षता की।

सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. अभय बंग और डॉ. रानी बंग भी प्रतिष्ठित संतोकबा पुरस्कारों के विजेताओं में शामिल थे, जिन्हें सर्च फाउंडेशन की स्थापना के माध्यम से दूरदराज के क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए उनके काम के लिए सम्मानित किया गया। दोनों ने होम-बेस्ड न्यूबॉर्न केयर पहल के साथ-साथ सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता पहल के माध्यम से स्वास्थ्य सेवा नवाचार की शुरुआत करके आदिवासी समुदायों के उत्थान में अग्रणी भूमिका निभाई है। पुरस्कार समारोह में डॉ. अभय बंग ने कहा,“मैं स्वामी गोविंद देव महाराज और गोविंद देव ढोलकिया के दल का आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जिन्होंने मुझे और मेरी पत्नी को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मान किया । मैं पूरी विनम्रता के साथ गढ़चिरोली के लोगों की ओर से यह सम्मान स्वीकार करता हूँ। जिनके अटूट समर्थन और विश्वास ने मुझे इस मुकाम तक पहुंचाया है।”

एसआरके, एसआरकेकेएफ के संस्थापक अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद गोविंद ढोलकिया द्वारा 2006 में स्थापित संतोकबा मानवतावादी पुरस्कार उनकी मां संतोकबा लालजी दादा ढोलकिया की निस्वार्थ भावना और दूरदर्शिता का प्रतीक है। श्री गोविंद ढोलकिया ने कहा,“संतोकबा पुरस्कार करुणा की शक्ति और दुनिया पर सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। हमें ऐसे व्यक्तियों को सम्मानित करने पर गर्व है जिन्होंने अपना जीवन बदलाव लाने और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करने के लिए समर्पित कर दिया है। यह सम्मान दयालुता की शक्ति और समाज पर इसके पड़ने वाले गहरे प्रभाव को रेखांकित करता है।“

उल्लेखनीय है कि इस वर्ष एसआरकेकेएफ की मानवीय कारणों के प्रति समर्पित प्रतिबद्धता की 10वीं वर्षगांठ भी है। संतोकबा मानवतावादी पुरस्कार के पिछले प्राप्तकर्ताओं में उद्योगपति और परोपकारी रतन टाटा, आध्यात्मिक नेता परम पावन दलाई लामा, इंजीनियर और इनोवेटर सोनम वांगचुक, भारत की श्वेत क्रांति के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन, समाज सुधारक कैलाश सत्यार्थी और अंतरिक्ष वैज्ञानिक और इसरो के पूर्व अध्यक्ष ए.एस. किरण कुमार जैसी प्रतिष्ठित हस्तियां शामिल हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here