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जयपुर की विरासत और हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए फोरहेक्स फेयर की तैयारियां जोरों पर

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जयपुर : जयपुर की कला और संस्कृति को बढ़ावा और प्रमोट करने तथा लोगों में हस्तशिल्प कला की धरोहर के प्रति जागरुकता बढ़ाने के उद्देश्य से फेडरेशन ऑफ राजस्थान हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर्स (फोरहेक्स) अपने सबसे प्रसिद्ध कार्यक्रम फोरहेक्स फेयर के 10वें संस्करण को लेकर काफी उत्साहित है। बहुप्रतीक्षित यह 4 दिवसीय फेयर 9 से 12 अगस्त तक जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित किया जाएगा।

इस फेयर में बड़े-बड़े एक्सपोर्ट्स और आर्टिजंस हिस्सा लेंगे जिनमें प्रमुख है – जयपुर फर्नीचर, रतन टैक्सटाइल, पोद्दार एसोसिएट्स, आर्टिसना, दिलीप ट्रेडिंग, हस्तकला और कारीगिरी। इसके साथ ही, फेयर में आगुन्तक विभिन्न राज्यों के कुशल कारीगरों द्वारा की गयी हैंडलूम वीविंग, कालीन बुनाई, चमड़ा शिल्प, मधुबनी पेंटिंग, स्टोन आर्ट, वायर इनले, तारकशी, मीनाकारी, सांगानेरी ब्लॉक प्रिंटिंग, ब्लू पॉटरी, चमड़े की जूतियाँ, पीतल के हस्तशिल्प जैसे शिल्प और उत्पादों की विविध रेंज का एक ही छत के नीचे आनंद ले सकेंगे। इस फेयर में सभी आर्टिजंस को एमएसएमई की सब्सिडरी भी उपलब्ध करवाई जा रही है जिस से की वह भी जोर-शोर से इसमें पार्टिसिपेट कर अपनी कला का प्रदर्शन कर सके। साथ ही में फेयर में सभी डिजाइनिंग इंस्टीट्यूट के स्टूडेंट्स को भी आमंत्रित किया जा रहा है जिससे वह इंडस्ट्री से जुड़ कर प्रोडक्ट्स की डिज़ाइन की बारीकियों और मार्किट की डिमांड को अच्छे से समझ सके।

फोरहेक्स फेयर कमेटी के प्रेसिडेंट जसवंत मील ने कहा, “इस वर्ष फेयर में उत्तर भारत की लीडिंग आर्किटेक्ट और इंटीरियर डिज़ाइनर, सुश्री रितु खंडेलवाल इस वर्ष फोरहेक्स फेयर की चीफ क्यूरेटर होंगी। उन्होंने आगे बताया की पिछले कुछ वर्षों में, फोरहेक्स फेयर हमारे कारीगरों की स्थायी भावना और प्रतिभा का प्रतीक बन गया है, जो कारीगरों, एक्सपोर्ट्स और उद्योग के लीडर्स को एक साथ आने, सहयोग करने और अपनी उत्कृष्ट कृतियों को प्रदर्शित करने के लिए एक अद्वितीय मंच प्रदान करता है। इस वर्ष लगभग 50,000 से अधिक विशिष्ट आगंतुकों के आने की उम्मीद करते हैं, जिसका अनुमानित कारोबार लगभग 50-60 करोड़ रुपये है।”

फोरहेक्स के प्रेसिडेंट सुनीत जैन ने बताया कि, “फोरहेक्स फेयर केवल खरीदारी करने की जगह नहीं है, यह उत्तरी भारत की अविश्वसनीय कारीगर विरासत का उत्सव है। यह फेयर प्रतिभाशाली शिल्पकारों के लिए एक लॉन्च-पैड के रूप में कार्य करता है, उन्हें खरीदारों से जोड़ता है और उन्हें अपनी उत्कृष्ट कृतियों को दुनिया के साथ प्रदर्शित करने और साझा करने में मदद करता है। यह फेयर रचनात्मकता और सहयोग की शक्ति का प्रदर्शन है, जहाँ परंपरा कलात्मकता के उल्लेखनीय प्रदर्शन के साथ नवाचार से मिलती है।”

फोरहेक्स फेयर कमिटी के वाइस प्रेडिसेंट अतुल पोद्दार ने कहा, “इस फेयर का उद्देश्य कारीगरों को उद्योग से जोड़कर उनके माध्यम से समाज की सेवा करना है। फेयर में आगंतुक विभिन्न राज्यों के कुशल कारीगरों के असाधारण काम को देख सकते हैं। इसके अलावा फेयर होटल इंडस्ट्री, बिल्डर्स और इंटीरियर डिजाइनर्स के लिए सोर्सिंग का सबसे कुशल प्लेटफार्म साबित होगा।”

फोरहेक्स के सेक्रेटरी रवि उतमानी ने बताया कि, इस वर्ष फोरहेक्स फेयर के विरासत और हस्तशिल्प के भव्य उत्सव में 150 से अधिक पार्टिसिपेंट्स शामिल होंगे, जो हस्तशिल्प, वस्त्र, होम डेकोर, फर्नीचर, लाइटिंग, कालीन, मिट्टी के बर्तन और अन्य उत्तम उत्पादों की एक श्रृंखला प्रदर्शित करेंगे। फेयर में 2100 वर्ग मीटर का एक विशाल एग्जिबिशन एरिया होगा जहां 150 से अधिक बूथों को इंस्टॉल किया जाएगा। इसमें पूरे भारत के आर्टिजंस शामिल होंगे, जिसमें मुरादाबाद, सहारनपुर, फिरोजाबाद, खुर्जा, पानीपत, संबल, श्रीनगर, जयपुर, जोधपुर और उदयपुर आदि प्रमुख शहर है।

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