
भारत का इंफ्रास्ट्रक्चर विकास दुनिया की सबसे बड़ी निवेश संभावनाओं में से एक है – और इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स वह माध्यम हैं, जो आम निवेशकों को इस राष्ट्र-निर्माण यात्रा से जोड़ते हैं।
जयपुर, दिव्यराष्ट्र***भारत के विकास की अगली लहर को शक्ति देते हुए
इनविट्स सिर्फ निवेश का साधन नहीं हैं, बल्कि एक नीतिगत नवाचार भी हैं। ये पहले से तैयार और चल रही इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं को मुनाफे में बदलकर पूंजी को दोबारा नए प्रोजेक्ट्स में लगाते हैं। इससे डेवलपर्स को पूंजी मिलती है, जिसे वे अगली पीढ़ी की राष्ट्रीय परियोजनाओं—जैसे ट्रांसमिशन लाइनें, नवीकरणीय ऊर्जा पार्क, हाईवे और शहरी सुविधाएँ—में लगा सकते हैं।
यह कैपिटल-चर्न मॉडल सरकार की नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन ( एनआईपी) और नेशनल मानेटाइजेशन प्लान ( एनएमपी) का मुख्य आधार है, जो विकसित भारत 2047 के लक्ष्य की ओर खरबों रुपये का निवेश आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं।
“इनविट्स भारत की इंफ्रास्ट्रक्चर क्रांति का वित्तीय इंजन हैं – आज पूंजी को अनलॉक कर रहे हैं ताकि कल की परियोजनाएं और तेज़ी से बन सकें।”
भारत के कोर इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश का नया तरीका
पहले निवेशक केवल डेवलपर्स के शेयर खरीदकर या ऋण साधनों के माध्यम से ही इंफ्रास्ट्रक्चर में भाग ले सकते थे। इनविट्स ने यह नियम बदल दिया है – अब निवेशक सीधे आय उत्पन्न करने वाली परिसंपत्तियों के आंशिक मालिक बन सकते हैं, नियमित रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं और इसे इक्विटी शेयर की तरह आसानी से ट्रेड कर सकते हैं।
“इनविट्स इंफ्रास्ट्रक्चर स्वामित्व को सबके लिए आसान और सुलभ बनाते हैं – जिससे हर निवेशक वास्तव में देश की बिजली लाइनों, सड़कों और नवीकरणीय ऊर्जा परिसंपत्तियों का एक हिस्सा अपना बना सकता है।”
इंडीग्रिड: एक मानक स्थापित करते हुए
इंडीग्रिड इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट देश का पहला और सबसे बड़ा सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध पावर सेक्टर इनविट है, जिसे वैश्विक निवेश कंपनी केकेआर द्वारा प्रायोजित किया गया है। जून 2017 में लिस्टिंग के बाद से इंडीग्रिड उद्योग के लिए एक मिसाल बन गया है:
* प्रबंधन के अधीन परिसंपत्तियां: लगभग ₹32,400 करोड
* मार्केट कैपिटलाइजेशन: लगभग ₹14,200 करोड़
* भारत की सभी प्रमुख रेटिंग एजेंसियों से एएए रेटेड
* पोर्टफोलियो:
• 20 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में 43 पावर प्रोजेक्ट्स
• लगभग 9,336 सर्किट-किमी लंबाई वाली 53 ट्रांसमिशन लाइनें
• 25,050 एमवीए ट्रांसफॉर्मेशन क्षमता वाले 16 सबस्टेशन
• 1.1 जी डब्ल्यू (डीसी) सोलर उत्पादन क्षमता
• 450 एमडब्ल्यू/ 900एम डब्ल्यू एच बैटरी ऊर्जा भंडारण क्षमता
शुरुआत से अब तक इंडीग्रिड ने प्रति यूनिट ₹105.32 यानी कुल लगभग ₹6,541 करोड़ निवेशकों को वितरित किए हैं और लगभग 174% का टोटल रिटर्न दिया है, जिसमें नकद वितरण और यूनिट मूल्य वृद्धि दोनों शामिल हैं।
“पावर ट्रांसमिशन से लेकर बड़े पैमाने पर सौर ऊर्जा और अत्याधुनिक बैटरी ऊर्जा भंडारण तक – इंडीग्रिड दिखाता है कि इनविट्स कैसे भारत में ऊर्जा संबंधी बदलाव की यात्रा को गति देते हुए निवेशकों को स्थिर और दीर्घकालिक रिटर्न प्रदान कर सकते हैं।”
मेघना पंडित, चीफ फ़ाइनेंशियल ऑफिसर, इंडीग्रिड, ने कहा:
“इनविट्स एक ऐसा अनोखा निवेश प्लेटफॉर्म है, जो डेवलपर्स को पहले से तैयार और चल रही इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में फंसी पूंजी को अनलॉक कर नए प्रोजेक्ट्स में लगाने का अवसर देते हैं। साथ ही यह निवेशकों को भारत की इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रोथ स्टोरी में सीधे भागीदारी और स्थिर रिटर्न प्रदान करते हैं। कम-से-कम 80% आय उत्पन्न करने वाली परिसंपत्तियां रखना और 90% से अधिक नकदी प्रवाह वितरित करना – यह सब मजबूत गवर्नेंस और भरोसेमंद रिटर्न सुनिश्चित करता है।”
“इंडीग्रिड में हमने इस मॉडल को लगातार लागू किया है – पावर ट्रांसमिशन, सौर और बैटरी-एनर्जी-स्टोरेज परिसंपत्तियों का विविध पोर्टफोलियो बनाकर, एएए रेटिंग बनाए रखकर और संतुलित लीवरेज अपनाकर। 2017 की लिस्टिंग से अब तक हमने अपने निवेशकों को ₹6,500 करोड़ से अधिक वितरित किए हैं, जो हमारे बिज़नेस मॉडल की मजबूती और भारत की स्वच्छ ऊर्जा व ग्रिड इंफ्रास्ट्रक्चर की अपार संभावनाओं को दर्शाता है।”





