प्रदेश के उच्च शिक्षा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन के लिए शिक्षा संस्कृति न्यास ने टास्क फ़ोर्स के गठन की मांग रखी
जयपुर, दिव्यराष्ट्र/शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास प्रांत जयपुर का 2 दिवसीय अभ्यास वर्ग हुआ संपन्न हुआ। जयपुर प्रांत संयोजक नितिन कासलीवाल ने बताया किन 10 जिलों से शिक्षा क्षेत्र में कार्य कर रहे 80 से अधिक कार्यकर्ताओं ने सहभागिता की एवं भिन्न भिन्न सत्रों में भारतीय ज्ञान परंपरा के आधार पर भारतीय शिक्षा का स्वरूप विस्थापित हो उन विषयों को लेकर समग्र चिंतन हुआ । के उद्घाटन सत्र में राष्ट्रीय संयोजक पर्यावरण शिक्षा, संजय स्वामी, क्षेत्र बौद्धिक प्रमुख, प्रचारक श्रीकांत,
डॉ ओमप्रकाश बैरवा, महाविद्यालय शिक्षा आयुक्त, शेखावाटी विश्वविद्यालय सीकर के कुलगुरु प्रो अनिल रॉय, क्षेत्र संरक्षक दुर्गाप्रसद अग्रवाल, क्षेत्र संयोजक डॉ चंद्रशेखर कच्छावा, डॉ श्याम सिंह राजपुरोहित, संयोजक शिक्षा नीति क्रियान्वयन, प्रांत सह संयोजक डॉ मनमोहन सिंह एवं सभी प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे ।
आयोजन के तहत 5 सदस्य प्रांत प्रतिनिधिमंडल नें आज राजभवन मे राजस्थान की उच्च शिक्षा मे राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन एवं टास्क फ़ोर्स के गठन को लेकर राज्यपाल हरीभाऊ किशनराव बागडे से शिष्टाचार भेंटवार्ता की। इस अवसर पर शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के संजय स्वामी, राष्ट्रीय संयोजक पर्यावरण शिक्षा, चन्द्रशेखर कच्छावा राष्ट्रीय संयोजक इतिहास शिक्षा क्षेत्र संयोजक एवं नितिन कासलीवाल जयपुर प्रान्त संयोजक, राजीव सक्सेना जयपुर प्रान्त अध्यक्ष,
डॉ धर्मेंद्र यादव, संयोजक तकनीकी शिक्षा जोधपुर प्रांत, उपस्थित थे।
प्रतिनिधिमंडल नें चर्चा के दौरान राज्यपाल से कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संदर्भ में भारतीय ज्ञान दर्शन एवं सांस्कृतिक परंपरा के साथ जोड़ते हुए उच्च शिक्षा को पुनः भारतीय संस्कृति की मुख्यधारा से जोड़ना आवश्यक हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति का लक्ष्य भारतीय संस्कृति एवं ज्ञान केन्द्रित भारतीय मूल्यों से विकसित गुणवत्तापूर्ण उच्चतर शिक्षा उपलब्ध कराना है। यह भारत को वैश्विक ज्ञान की महाशक्ति बनाकर एक जीवंत और न्याय संगत समाज में बदलने के लिए प्रत्यक्ष रूप से सहयोग करेगी।