
– 13 राज्यों के कॉलेजों व यूनिवर्सिटीज की 29 टीमें डिजाइन कर रहीं सॉफ्टवेयर समाधान
जयपुर, दिव्य राष्ट्र/ पूर्णिमा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (पीआईईटी) में सोमवार को 36 घंटे के ‘एआईसीटीई स्मार्ट इंडिया हैकथॉन (एसआईएच)-2025’ की भव्य शुरुआत हुई। सॉफ्टवेयर एडिशन के इस ग्रैंड फिनाले में देशभर के कॉलेजों व यूनिवर्सिटीज की 29 टीमों के जरिए 210 स्टूडेंट पार्टिसिपेट कर रहे हैं। 13 राज्यों के ये प्रतिभागी अपने मेंटर के मार्गदर्शन में राजस्थान सरकार के विभागों द्वारा दी गई छह समस्याओं के सॉफ्टवेयर समाधान तैयार रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पीआईईटी को दूसरी बार हैकथॉन का नोडल सेंटर बनाया गया है, जो यहां की तकनीकी क्षमता और आयोजन-प्रबंधन की दक्षता का बड़ा प्रमाण है। एआईसीटीई स्मार्ट इंडिया हैकथॉन, भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय और एआईसीटीई की संयुक्त पहल है, जो देशभर के युवाओं में नवाचार, तकनीकी उत्कृष्टता और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को मजबूत करता है।
केंद्र सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के रीजनल डायरेक्टर डॉ. राकेश कुमार कुशवाहा हैकथॉन के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि थे, जबकि राजस्थान स्टेट सेंटर के डिप्टी डायरेक्टर जेनेरल व साइंटिस्ट जी ईश्वर दास वरियानी गेस्ट ऑफ ऑनर रहे। इस अवसर पर एआईसीटीई के नोडल सेंटर इंचार्ज डॉ. एलंगोवन करियप्पन व संदीप अग्रवाल, राजस्थान सरकार के तकनीकी शिक्षा विभाग के आनंद राखेचा, पूर्णिमा ग्रुप के डायरेक्टर आर्किटेक्ट राहुल सिंघी, मेजबान पीआईईटी के डायरेक्टर डॉ. दिनेश गोयल, रजिस्ट्रार डॉ. बलवान, डायरेक्टर स्टूडेंट वेलफेयर अश्विनी लाटा और हैकथॉन के समन्वयक डॉ. अजय मौर्य भी उपस्थित थे।
हैकथॉन के प्रतिभागी स्टूडेंट्स स्मार्ट एजुकेशन, स्मार्ट ऑटोमेशन और क्लीन व ग्रीन टेक्नोलॉजी पर आधारित साफ्टवेयर सॉल्यूशन तैयार कर रहे हैं। इनकी 22 जूरी सदस्यों द्वारा नवाचार, व्यावहारिकता और तकनीकी प्रभावशीलता के आधार पर बारीकी से समीक्षा की जाएगी, जिनमें सरकारी विभागों के 12 वरिष्ठ विशेषज्ञ और 10 इंडस्ट्री के अनुभवी तकनीकी विशेषज्ञ शामिल हैं। साथ ही एआईसीटीई के नोडल अधिकारी आयोजन की व्यवस्थाओं का औपचारिक मूल्यांकन करेंगे, जबकि केंद्रीय मंत्रालय से प्रतिनिधि प्रस्तुत समाधानों की राष्ट्रीय उपयोगिता और भविष्य के कार्यान्वयन की संभावनाओं पर विशेष निगरानी रखेगा। इसके अतिरिक्त, एआईसीटीई और तकनीकी शिक्षा निदेशालय के प्रतिनिधि भी हैकथॉन में उपस्थित हैं।
मेजबान पीआईईटी के निदेशक डॉ. दिनेश गोयल ने कहा कि स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2025 युवा प्रतिभाओं को वास्तविक चुनौतियों पर काम करते हुए रचनात्मक सोच, डिज़ाइन थिंकिंग और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन समाधान बनाने की प्रेरणा दे रहा है। उन्होंने बताया कि प्रतिभागियों के लिए अत्याधुनिक तकनीकी इंफ्रास्ट्रक्चर, हाई-स्पीड इंटरनेट, मेंटरिंग सपोर्ट, समर्पित कार्यस्थल और सुगठित हॉस्पिटैलिटी की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है, ताकि सभी टीमें पूरी क्षमता के साथ नवाचार प्रस्तुत कर सकें।
इस हैकथॉन में युवा इनोवेटर्स अपनी कोडिंग क्षमता, समस्या-समाधान कौशल और तकनीकी रचनात्मकता का प्रदर्शन कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि फिनाले में प्रस्तुत किए जाने वाले ये समाधान भविष्य में सरकारी विभागों और उद्योगों के लिए वास्तविक कार्यान्वयन के स्तर तक पहुंच सकते हैं।





