जयपुर, देश आगे बढ़ रहा है, क्योंकि हम सुरक्षित हैं। कोई हैं जो जमारे लिए जी रहे हैं, जो हमारी सुरक्षा के लिए प्राणों की बाजी लगाकर हमें खुली हवा में जीने की आजादी दे रहे हैं। इस बलिदान को याद रखते हुए आइए, हम भी दूसरों के लिए जीना सीखे। अपने परिवार के साथ समाज और देश की सेवा का जज्बा मन में रखें, तभी जीवन सार्थक होगा।
परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर ऑनरेरी कैप्टन योगेन्द्र सिंह यादव ने यह बात रविवार को एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट जयपुर की ओर से आयोजित शौर्य वंदन कार्यक्रम में शहीदों परिवारों के सम्मान के दौरान कही। समारोह में विद्यार्थियों को सीख देते हुए कैप्टन योगेन्द्र ने कहा कि सेना का सम्मान देश का सम्मान है, जिस तरह एक योद्धा देश के लिए लड़ता है ठीक उसी तरह एक विद्यार्थी को भी देश को आगे ले जाने के लिए संकल्पित रहना चाहिए। पढ़ाई में भी टारगेट लेकर उसकी प्राप्ति के लिए पूरे प्रयास होने चाहिए।
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट प्राइवेट लिमिटेड की ओर से जयपुर में करगिल विजय के 25वें वर्ष के तहत शौर्य वंदन कार्यक्रम दीप स्मृति ऑडिटोरियम मानसरोवर जयपुर में आयोजित किया गया। करगिल युद्ध में शहीद 11 सैनिकों के परिजनों का सम्मान किया गया, इनमें शहीद अमित भारद्वाज, शहीद आनन्द सिंह, शहीद बिरेन्द्र सिंह, शहीद हीरा सिंह जाट, शहीद करण सिंह, शहीद मोहन कातहत, शहीद विक्रम सिंह, शहीद कालूराम जाखड़, शहीद नरेन्द्र कुमार, शहीद शीषराम और शहीद नेतराम के परिजन शामिल रहे। परिजनों को 11-11 हजार के चेक, सम्मान पत्र सौंपे गए। इस दौरान शहीदों के परिजनों ने भी अपने अनुभव साझा किए।
कार्यक्रम में शामिल हुए ब्रिगेडियर सचिन ठाकुर ने एलन के इस प्रयास को सराहा और कहा कि सैनिक एक अनुशासन को जीता है। हर व्यक्ति के जीवन में अनुशासन होना चाहिए। विद्यार्थी जीवन में आगे बढ़ने के लिए नियमित अनुशासित अध्ययन जरूरी है। हम बिना योजनाबद्ध पढ़ाई के लक्ष्य हासिल नहीं कर सकते। हर लक्ष्य के लिए योजना बनाई जानी चाहिए और उनके अनुरूप प्रयास होने चाहिए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एलन के निदेशक डॉ. नवीन माहेश्वरी ने शहीदों को नमन करते हुए परिजनों का सम्मान किया। उन्होंने कहा कि एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट अपने सामाजिक सरोकार निभाने में आगे रहता है। करगिल विजय के 25 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर शौर्य वंदन कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसके तहत पूरे भारत में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। हम शिक्षा के साथ संस्कार देने में विश्वास रखते हैं। एक सैनिक के जीवन से विद्यार्थी बहुत कुछ सीख सकते हैं। मुख्यरूप से देने का भाव सीखना है, जिस तरह एक सैनिक देश के लिए जान देता है, उसी तरह एक विद्यार्थी को देश को आगे लाने के लिए सकारात्मक सोच रखनी चाहिए।
इस अवसर पर एलन के सेंटर हेड अमन मंत्री व अन्य सीनियर फैकल्टीज मौजूद रहे।