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यूनिसेफ ने ‘डव’ के साथ साझेदारी की

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दिव्यराष्ट्र, जयपुर: शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ-साथ यूनिसेफ युवाओं में आत्मविश्वास तथा आत्मसम्मान जागृत करने का भी काम कर रहा है। क्योंकि जब तक युवाओं के अंदर आत्मविश्वास पैदा नहीं होगा, किसी भी पहल के सकारात्मक नतीजे नहीं मिलेंगे। आत्मविश्वास से भरे युवाओं को शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी ज़रूरतों के लिए आसानी से प्रेरित किया जा सकता है। इसी शृंखला में यूनिसेफ ने डव के साथ अपनी साझेदारी को फिर से शुरू किया है। इस साझेदारी के अंतर्गत यूनिसेफ व्यक्तिगत प्रशिक्षण, सरकार के ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म ‘दीक्षा’, अन्य शिक्षण प्रबंधन प्रणाली और पासपोर्ट-टू-अर्निंग डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से सामग्री उपलब्ध कराएगा।

इस पहल के तहत यूनिसेफ जीवन कौशल कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए असम, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और गुजरात की राज्य सरकारों के साथ काम करेगा।

डव और यूनिसेफ ने अगले दो वर्ष में भारत में 1.64 करोड़ युवाओं को आत्म-सम्मान और आत्मविश्वास पर शैक्षिक संसाधन प्रदान करने के लिए अपनी साझेदारी को नवीनीकृत किया। वर्ष 2019 में शुरू हुई इस साझेदारी के माध्यम से आत्म-सम्मान और शारीरिक आत्मविश्वास पर एक कार्यक्रम तैयार किया गया है। डव की अनूठी पहल सेल्फ-एस्टीम प्रोजेक्ट को यूनिसेफ के कार्यक्रमों में शामिल किया गया था जो युवाओं को जरूरी जीवन कौशल के साथ सशक्त बनाता है। इस साझेदारी के पहले चरण में 70 लाख से अधिक छात्रों को ‘मैं कौन हूं’ आत्म-सम्मान पाठ किट से लाभ हुआ। वर्ष 2023 के अंत तक 60 लाख, 25 हज़ार छात्रों तक पहुंच बनाने का लक्ष्य रखा गया था।

इस साझेदारी के अगले चरण में यूनिसेफ आठ राज्य-असम, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और गुजरात में जीवन कौशल कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकारों के साथ काम करेगा। इसमें 11 से 14 और 15 वर्ष से अधिक आयु के युवाओं को शामिल करके उनमें आत्म-सम्मान विकसित करने का काम किया जाएगा। इस काम के लिए तमाम उन तकनीकों की मदद ली जाएगी, जिनके माध्यम से बच्चों के अंदर खेल-खेल में आत्म-विश्वास पैदा किया जा सके। कोई बच्चा किसी शारीरिक अक्षमता के कारण किसी काम को करने में हिचकिचाता है, तो उसके अंदर से हिचकिचाहट को दूर करने का प्रयास किया जाता है। इस काम के लिए यूनिसेफ व्यक्तिगत प्रशिक्षण और सरकार के ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म ‘दीक्षा’ के माध्यम से सामग्री उपलब्ध कराएगा।

यूनिसेफ के भागीदारी के निदेशक कार्ला हद्दाद मर्दिनी ने कहा, “जब युवा आत्मविश्वास महसूस नहीं करते हैं, तो बदलाव लाने वाले और मजबूत भविष्य बनाने की उनकी क्षमता कम हो जाती है। डव के साथ हमारी साझेदारी के नवीनीकरण के साथ और भी अधिक युवाओं को अपने अधिकारों के लिए खड़े होने और अपनी क्षमता को पूरा करने में आत्मविश्वास जागृत करने में सहायता मिलेगी।”

कार्ला हद्दाद मर्दिनी ने कहा कि सकारात्मक आत्म-सम्मान जीवन कौशल सीखने में योगदान देता है और रोजगार हासिल करने और बनाए रखने की क्षमता को बढ़ाता है। यह महत्वपूर्ण कार्य न केवल उनके शारीरिक आत्मविश्वास में योगदान देगा, बल्कि उनकी शिक्षा को पूरा करने में भी मदद देगा, जिससे युवा जरूरी कौशल हासिल कर सकेंगे।

डव पर्सनल केयर के उत्तर अमेरिका के मुख्य विकास अधिकारी मार्सेला मेलेरो का कहना है, “ वर्ष 2004 से डव ने 11.4 करोड़ युवाओं को उनके शारीरिक आत्मविश्वास और आत्म-सम्मान को बढ़ाने में सहायता की है। बहुत सारे युवा एक निश्चित तरीके से दिखने का दबाव महसूस कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि यूनिसेफ के साथ हमारी साझेदारी कई युवाओं को खुद की वकालत करने और सौंदर्य मानकों को चुनौती देने में सहायता कर सकती है।”

यूनिसेफ और डव साझेदारी के पहले चरण के दौरान भारत के अलावा ब्राजील में 1.30 लाख से अधिक युवाओं तक अपनी पहुंच बनाई है। इंडोनेशिया में 1.80 लाख से अधिक शिक्षकों ने आत्म-सम्मान और शारीरिक आत्मविश्वास का पाठ पढ़ाना सीखने के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण सत्रों में भाग लिया है।

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