जयपुर,, दिव्यराष्ट्र/ एसटी- एससी संगठनों की ओर से बुधवार को आयोजित भारत बंद का राजस्थान में भी व्यापक असर देखने को मिला। इस बंद के कारण प्रदेशभर में औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियां ठप हो गईं। फेडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री ( फोर्टी ) ने पूरे प्रदेश में अपनी सभी जिला शाखाओं से व्यापार पर बंद के असर से सम्बन्धित आंकड़े संकलित किए। अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल का कहना है कि इस बंद का स्थाई व्यापार पर ज्यादा असर नहीं होगा, कपडे, राशन, गहनें, वाहन जैसी वस्तुओं को ग्राहक अगले दिन खरीद लेते हैं, लेकिन अस्थाई व्यापार पर बंद का असर ज्यादा पड़ता है। इससे रोजमर्रा के कामगारों का रोजगार ठप हो गया। खास बात है कि इनमें ज्यादातर लोग एससी- एसटी वर्ग के ही हैं। इनमें डिलिवरी बॉय, कैब और ऑटो चालक, रेहड़ी , खोमचे, सब्जी विक्रेता, ढाबे और छोटे रेस्टोरेंट का व्यापार एक दिन के लिए ठप रहा। इसलिए किसी भी संगठन द्वारा राजनीतिक उद्देश्यों के लिए बाजार को बंद कराना और लाखों लोगों के रोजगार पर कुठाराघात करने का फोर्टी विरोध करता है।
– ऑनलाइन डिलीवरी सेवाएं: लगभग 70% प्रभावित , अनुमानित नुकसान 50 करोड़ रुपये ।
– कैब और ऑटो चालक: 60% तक प्रभावित, अनुमानित नुकसान 35 करोड़ रुपये ।
– रेहड़ी पटरी और सब्जी विक्रेता: 20 करोड़ रुपये का नुकसान।
– होटल और रेस्टोरेंट: 40 करोड़ रुपये का नुकसान।
– कुल मिलाकर, इस बंद से राज्य में 145 करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार और लाखों लोगों की आजीविका प्रभावित हुई है ।