टेक्निकल प्रोजेक्ट्स के जरिए दर्शाया इनोवेशन व क्रिएटिविटी
जयपुर, दिव्य राष्ट्र/ पूर्णिमा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में शुक्रवार को दो दिवसीय तकनीकी पेपर और मॉडल प्रतियोगिता ‘टेक्नोवेशन’ के 7वें संस्करण और प्रोजेक्ट एग्जीबिशन ‘आधार’ के 13वें संस्करण की शुरुआत हुई। इन दोनेा प्रतियोगिताओं के जरिए कॉलेज स्टूडेंट्स के नवाचार और तकनीकी उत्कृष्टता को मंच प्रदान किया गया है। मलेशिया की मलाया यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर इनोवेटिव कंस्ट्रक्शन के डायरेक्टर प्रोफेसर डॉ. यू. जॉनसन एलेंगरम इसके उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि थे।
कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. रेखा नायर ने स्वागत भाषण में रिसर्च की आवश्यकता पर जोर दिया और टेक्नोवेशन और आधार-2025 के उद्देश्यों के बारे में बताया। इसमें कंप्यूटर इंजीनियरिंग व आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, सिविल इंजीनियरिंग व एप्लाइड साइंसेज के 200 से अधिक प्रोजेक्ट व रिसर्च पेपर प्राप्त हुए। उच्च गुणवत्ता वाले रिसर्च पेपर्स को एआईपी कॉन्फ्रेंस प्रोसीडिंग्स (स्कूपस इंडेक्स्ड) में प्रकाशित किया जाएगा।
आधार पूर्णिमा कॉलेज के जिरकोन क्लब द्वारा आयोजित इनोवेशन और क्रिएटिविटी का आयोजन है। इस वर्ष इसमें रोबो सॉकर, रोबो रेस, माइक्रो माउस, स्पड गन, कॉस्मो क्लेंच सहित कई रोमांचक प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही है। साथ ही जिरकोन क्लब, हयाग्रीव क्लब, उड़ान क्लब, कोडिंग क्लब और एचआईएस क्लब द्वारा आयोजित आधार के अंतर्गत लगभग 450 यूनीक प्रोजेक्ट प्रदर्शित किए जा रहे हैं, जिनमें हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और हैकाथॉन प्रोजेक्ट शामिल हैं।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर डॉ. यू. जॉनसन अलेंगरम ने कहा कि हमें एमआईटी, हावर्ड यूनिवर्सिटी, आईआईटी जैसे संस्थानों के प्रोफेसरों के रिसर्च आर्टिकल्स को लगातार पढ़ते रहना चाहिए। साथ ही कड़ी मेहनत, स्मार्ट और केंद्रित होकर काम करते हुए अपनी क्षमताओं के अनुसार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहिए। पूर्णिमा ग्रुप के डायरेक्टर राहुल सिंघी ने इन आयोजनों के प्रतिभागियों को उनके प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं। कॉलेज के निदेशक डॉ. महेश बुंदेले ने कहा कि किसी भी शिक्षाविद को रिसर्च ओरिएंटेड होना चाहिए। अंत में वाइस प्रिंसिपल डॉ. पंकज धेमला द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।