नई दिल्ली,, दिव्यराष्ट्र/: भारत की सबसे बड़ी एकीकृत बिजली कंपनियों में से एक, टाटा पावर को राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद (एनसीवीईटी) के तहत एक दोहरी पुरस्कार देने वाली संस्था (एबी-ड्यूअल) के रूप में आधिकारिक तौर पर मान्यता दी गई है। एक समझौते के ज़रिये औपचारिक रूप से दी गई यह उल्लेखनीय मान्यता, टाटा पावर को अपनी कौशल विकास शाखा, टाटा पावर स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (टीपीएसडीआई) में प्रशिक्षित शिक्षार्थियों की योग्यता का मूल्यांकन, प्रमाणन और पुरस्कार देने का अधिकार प्रदान करती है।
टाटा पावर के सीएचआरओ और सस्टेनेबिलिटी एवं सीएसआर प्रमुख, हिमाल तिवारी ने इस अवसर पर कहा: “टाटा पावर का एनसीवीईटी के तहत पुरस्कार देने वाली संस्था बनना, कार्यबल में आमूल बदलाव की दिशा में कंपनी की यात्रा के लिहाज़ से निर्णायक क्षण है। हम इस सम्मान के साथ अपने 11 केंद्रों के ज़रिये पेशेवरों को कौशल तथा प्रमाणन प्रदान करने के लिए तैयार हैं, जिससे भारत के स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण के लिए आवश्यक कौशल से लैस उद्योग की ज़रूरतों के अनुरूप प्रतिभा पूल तैयार होगा।”
इस समझौते पर टाटा पावर की ओर से आलोक प्रसाद (प्रमुख – टीपीएसडीआई) और एनसीवीईटी की ओर से कर्नल गुंजन चौधरी (निदेशक – एनसीवीईटी) ने हस्ताक्षर किए। एनसीवीईटी की मान्यता टीपीएसडीआई को रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन, ऊर्जा भंडारण, ग्रीन हाइड्रोजन और पंप हाइड्रो जैसे प्रमुख क्षेत्रों में लोगों को प्रमाणित कर अपनी कौशल पहल का विस्तार करने में मदद करेगी, जो भारत के तेज़ी से विकसित हो रहे हरित ऊर्जा क्षेत्र के अनुरूप हैं।