नई दिल्ली, दिव्यराष्ट्र*: टाटा केमिकल्स को नई दिल्ली में सीआईआई द्वारा प्रौद्योगिकी, अनुसंधान एवं विकास और बौद्धिक संपदा पर आयोजित वैश्विक सम्मलेन में सीआईआई की 2025 की शीर्ष 50 नवोन्मेषी कंपनियों की सूची में शामिल किया गया है।
सीआईआई इंडस्ट्रियल इनोवेशन अवार्ड्स की स्थापना 2014 में हुई थी, जिसके तहत एंटरप्राइज़ इनोवेशन मैच्योरिटी फ्रेमवर्क के ज़रिये अलग-अलग क्षेत्र की भारतीय कंपनियों का मूल्यांकन किया जाता है। इस फ्रेमवर्क के तहत यह आकलन किया जाता है कि कंपनी की रणनीति, संचालन, प्रक्रिया और प्रदर्शन में नवोन्मेष को किस तरह शामिल किया गया है। यह फ्रेमवर्क उत्पाद, प्रक्रिया, प्रौद्योगिकी और कारोबारी मॉडल पर पड़ने वाले प्रभाव पर ध्यान देता है।
यह पुरस्कार टाटा केमिकल्स के विज्ञान-आधारित नवोन्मेष पर निरंतर ज़ोर, मज़बूत अनुसंधान एवं विकास क्षमताओं और विचारों को असरदार समाधानों में बदलने की क्षमता को दिखाती है। कंपनी के नवोन्मेष पोर्टफोलियो में उन्नत सामग्री (मटीरियल), वहनीय केमिस्ट्री और विज्ञान के ताज़ातरीन अनुसंधान शामिल हैं, दीर्घकालिक मूल्य निर्माण और पर्यावरण की देखभाल के साथ जुड़ा है।
टाटा केमिकल्स में नवोन्मेष, अनुसंधान एवं विकास, व्यावसायिक उत्कृष्टता प्रमुख और मुख्य नैतिकता सलाहकार (चीफ एथिक्स काउंसलर), डॉ. रिचर्ड लोबो ने इस सम्मान पर अपनी टिप्पणी में कहा, “टाटा केमिकल्स विज्ञान के ज़रिये से समाज की सेवा करने के लिए नवोन्मेष पर विशेष ज़ोर देती है और यह गहरी ज़िम्मेदारी की भावना पर आधारित है। हम अनुसंधान को ऐसे व्यावहारिक, विस्तार योग्य प्रौद्योगिकी समाधानों में बदलने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो राष्ट्रीय, सामाजिक और पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना करते हुए प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाएं। सीआईआई से यह सम्मान मिलना, सार्थक प्रगति को आगे बढ़ाने के प्रति हमारे कर्मचारियों, हमारे ग्राहकों और हमारे भागीदारों की प्रतिबद्धता की मिसाल है।”
यह टाटा केमिकल्स की अनुसंधान एवं विकास टीमों के योगदान का सम्मान है, जिसमें कंपनी का पुणे स्थित नवोन्मेष केंद्र भी शामिल है, जो घरेलू और वैश्विक दोनों बाज़ारों में कंपनी की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
टाटा केमिकल्स नवोन्मेष आधारित वृद्धि को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, साथ ही कंपनी उद्योग, शिक्षाविदों, भागीदारों और ग्राहकों के साथ गठजोड़ के ज़रिये भारत के बढ़ते नवोन्मेष परितंत्र में योगदान दे रही है।




