Home एजुकेशन राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता में सुप्रीम कोर्ट के जज मुख्य अतिथि के...

राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता में सुप्रीम कोर्ट के जज मुख्य अतिथि के तौर पर हुए शामिल

41 views
0
Google search engine

दिव्यराष्ट्र, जयपुर: विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी (VGU), तथा रांका पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय रांका राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का प्रथम दिन अत्यंत उत्साहपूर्वक संपन्न हुआ। इस भव्य विधिक आयोजन का उद्घाटन सुप्रीम कोर्ट के माननीय न्यायाधीश जस्टिस जितेंद्र कुमार महेश्वरी की गरिमामयी उपस्थिति में हुआ। उनके साथ राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश मनिन्द्र मोहन महेश्वरी तथा राजस्थान के एडवोकेट जनरल श्री राजेंद्र प्रसाद, सिक्किम हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश एन॰ के॰ जैन, राजस्थान हाईकोर्ट के पूर्व जज जे॰के॰ रांका, वरिष्ठ अधिवक्ता, विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रबंध निदेशक एवं विधि संकाय के वरिष्ठ सदस्य भी मंच पर उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की वंदना एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इसके पश्चात विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन ललित के पंवार, कुलपति प्रो डॉ एन डी माथुर ने अतिथियों को पुष्पगुच्छ तथा स्मृति चिह्न देकर स्वागत किया जिसके बाद विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन ललित के पंवार ने अपने प्रारंभिक संबोधन में कहा, “इस तरह की प्रतियोगिताएं छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने के साथ-साथ न्याय व्यवस्था की गहराई को समझने का सुअवसर देती हैं। विश्वविद्यालय के मुख्य संरक्षक एवं रिटायर्ड आई पी एस अधिकारी डॉ के॰ राम  ने विधि विभाग के सभी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा यह एक अच्छा अवसर है जिसमे आप अपनी प्रतिभा को निखार सकते है  कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजस्थान हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जे॰के॰ राका ने कहा विकेकानन्द ग्लोबल यूनिवर्सिटी के साथ मूट कोर्ट प्रतियोगिता का यह हमारा चौथा प्रयास है हमे आशा है पूर्व की भांति इस वर्ष भी हमे लक्ष्य की प्राप्ति अवश्य होगी। मुख्य अतिथि सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस जितेंद्र कुमार महेश्वरी ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा की युवा विधि विद्यार्थियों को न्यायिक प्रणाली की मूलभूत समझ, नैतिक मूल्यों एवं निष्पक्षता के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा, “मूट कोर्ट प्रतियोगिताएं न केवल कानूनी ज्ञान की परीक्षा हैं, बल्कि यह छात्रों में तार्किक सोच, वक्तृत्व कला और आत्मविश्वास विकसित करने का एक प्रभावशाली माध्यम हैं। राजस्थान हाई कोर्ट के मुख्य न्यायधीश मनिन्द्र मोहन श्रीवास्तव विशिष्ट अतिथि के तौर पर संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन भविष्य के न्यायाधीशों और अधिवक्ताओं को तैयार करने की दिशा में अहम भूमिका निभाते हैं। अतिथि के रूप में आए राजस्थान के एडवोकेट जनरल राजेंद्र प्रसाद ने अपने संबोधन में कहा कि ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों में तर्क शक्ति को बल देते है जिससे उन्हें नायायिक प्रक्रिया को समझने में सरलता मिलती है । विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ एन डी माथुर ने कहा की विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित यह प्रतियोगिता न केवल विधि छात्रों के लिए सीखने का मंच है, बल्कि यह न्याय व्यवस्था के भविष्य निर्माण में भी एक सार्थक पहल साबित होगा। वही विधि विभाग की विभागाध्यक्षा डॉ शिल्पा राव रस्तोगी ने अगले तीन दिन की विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि इस बार मूट कोर्ट प्रतियोगिता के लिए हमारे पास 50 से अधिक टीमों ने पंजीयन कराया है जो 12 राज्यो से आई है प्रथम दिन का आयोजन मुख्य रूप से प्रारंभिक राउंड पर केंद्रित रहा, जिसमें प्रतिभागी टीमों ने दी गई काल्पनिक केस स्टडी पर अपने पक्ष को विधिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया। छात्रों ने न्यायालय की कार्यवाही की शैली में बहस करते हुए अपनी अधिवक्ता-क्षमता का प्रदर्शन किया। हर कोर्टरूम में निर्णायक मंडल नियुक्त किए गए, जिनमें अनुभवी अधिवक्ता, पूर्व न्यायिक अधिकारी एवं विधिक शिक्षाविद शामिल थे। प्रतिभागियों को उनके प्रस्तुतिकरण, विधिक संदर्भों के उपयोग, उत्तर देने की क्षमता और नैतिक प्रस्तुति के आधार पर अंक प्रदान किए गए। विधि विभाग के डीन एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉ पी पी मित्रा ने इस कार्यक्रम को एक बड़ी उपलब्धि बताया तथा सफल आयोजन की कामना की। कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों ने मंचस्थ अतिथियो से विधि प्रक्रिया पर प्रश्न किए जिनका जवाब सहजता से दिया गया। कार्यक्रम का संचालन विधि विभाग की विद्यार्थी प्रियांशी एवं दिव्यांशी में संयुक्त रूप से किया तथा आभार रांका ट्रस्ट के सचिव सिद्धार्थ रांका ने किया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here