5 साल में 125% की ग्रोथ और अब बन रही है गुरुग्राम की नई साइबर सिटी
गुरुग्राम, दिव्यराष्ट्र/ गुरुग्राम की सदर्न पेरिफेरल रोड (एसपीआर) एक बड़े बदलाव से गुजर रही है! सिर्फ पांच साल में यहां प्रॉपर्टी की कीमतों में 125% की ज़बरदस्त बढ़ोतरी हुई है, जिसकी वजह से यह इलाका बड़े कॉरपोरेट हब्स के तेज़ी से उभरते केंद्र के रूप में सामने आ रहा है। यह ग्रोथ एसपीआर को गुरुग्राम का अगला साइबर सिटी बना रही है – एक ऐसा बिज़नेस और डेवलपमेंट हब जो निवेशकों और पेशेवरों को तेजी से आकर्षित कर रहा है।
प्रॉपइक्विटी के आंकड़ों के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में गुरुग्राम की सदर्न पेरिफेरल रोड पर प्रॉपर्टी की कीमतें दोगुनी से भी ज्यादा हो चुकी हैं। 2020 में जहां रेट ₹7,690 प्रति वर्ग फुट था, वह 2024 के मध्य तक बढ़कर ₹17,300 पहुंच गया है। एसपीआर अब एक रियल एस्टेट हॉटस्पॉट बन चुका है और निवेश के लिए एक स्मार्ट विकल्प माना जा रहा है।
बढ़ती कीमतों के बीच, हरियाणा सरकार ने 2025–26 के बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए ₹2,000 करोड़ का प्रावधान किया है। इस निवेश से रोड नेटवर्क अपग्रेड होगा, कनेक्टिविटी बेहतर होगी और नागरिक सुविधाओं में सुधार आएगा, जिसका बड़ा फायदा एसपीआर को मिलेगा और उसकी पहचान एक अग्रणी रियल एस्टेट और बिज़नेस हब के रूप में और मजबूत होगी।
प्रदीप अग्रवाल, फाउंडर एवं चेयरमैन, सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड, ने कहा,“सदर्न पेरिफेरल रोड (एसपीआर ) आज गुरुग्राम के प्रमुख रियल एस्टेट कॉरिडोर में शामिल हो चुकी है, जिसे इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास, बेहतरीन कनेक्टिविटी और बढ़ती कमर्शियल गतिविधियों का साथ मिला है। इसकी स्ट्रैटेजिक लोकेशन यात्रा को सुगम बनाती है, जिससे यह होमबायर्स और निवेशकों दोनों को आकर्षित कर रही है।
हमने सेक्टर 71 में अपने प्रोजेक्ट टाइटेनियम एसपीआर को रणनीतिक रूप से स्थित किया है, जो मॉडर्न सुविधाओं और सहज कनेक्टिविटी के साथ आता है। एसपीआर एस्टेट जैसे प्रीमियम डेवलपमेंट्स के साथ यह इलाका एक इंटीग्रेटेड अर्बन हब में बदल रहा है।”
एसपीआर अब “साइबर सिटी 2” के रूप में उभर रही है, जिसमें डीएलएफ जैसे बड़े डेवलपर्स और डीएलएफ मॉल ऑफ इंडिया (जो भारत का सबसे बड़ा मॉल होगा) जैसे प्रोजेक्ट्स इसका ग्रोथ इंजन बन रहे हैं।
इस क्षेत्र में पहले से ही अमेरिकन एक्सप्रेस और एयर इंडिया के ट्रेनिंग सेंटर जैसे कॉरपोरेट हब मौजूद हैं। इसके अलावा यहां 18 कमर्शियल प्रोजेक्ट्स हैं। स्काईव्यू कॉरपोरेट पार्क, पायनियर स्क्वायर, और बेस्टेक बिजनेस टॉवर जैसे डेवलपमेंट्स में टीसीएस पेप्सिको जैसी बड़ी कंपनियां मौजूद हैं, जहां 82,000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं।
प्रॉपइक्विटी के अनुसार, पिछले पांच वर्षों (2020–2024) में एसपीआर पर नए प्रोजेक्ट लॉन्चेस में 584% की वृद्धि दर्ज की गई — 2015–2019 में जहां सिर्फ 6 प्रोजेक्ट्स लॉन्च हुए थे, वहीं 2020–2024 के बीच यह संख्या बढ़कर 23 हो गई। हाउसिंग सप्लाई भी लगभग छह गुना बढ़कर 1,602 से 10,962 यूनिट्स तक पहुंच गई।
अशोक कपूर, चेयरमैन, कृष्णा ग्रुप और क्रिसुमी कॉरपोरेशन, ने कहा,“हाल के वर्षों में गुरुग्राम एक रियल एस्टेट हॉटस्पॉट बनकर उभरा है, खासकर सदर्न पेरिफेरल रोड, द्वारका एक्सप्रेसवे, सेंट्रल पेरिफेरल रोड और सोहना एलिवेटेड कॉरिडोर जैसे माइक्रो-मार्केट्स में। यहां तेजी से हो रहे इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास और निवेश की संभावनाओं ने निवेशकों और होमबायर्स का ध्यान खींचा है। कुछ लोकेशंस पर प्रॉपर्टी प्राइस में बहुत तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली है। सरकार की लगातार सहयोगी नीतियों से इन क्षेत्रों का भविष्य उज्जवल लगता है।”
16 किलोमीटर लंबा यह कॉरिडोर गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड से एनएच-48 तक जाता है और गोल्फ कोर्स रोड व सोहना रोड को जोड़ता है। एसपीआर पर यात्रा करना सुगम होता जा रहा है — सोहना रोड से 20 मिनट, गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन से 14 मिनट, और न्यू गुरुग्राम से सिर्फ 16 मिनट की दूरी।
गर्वित तिवारी, डायरेक्टर और को-फाउंडर, इन्फ्रामंत्रा , ने कहा, “सदर्न पेरिफेरल रोड (एसपीआर ) अब गुरुग्राम का एक प्रमुख माइक्रो-मार्केट बन चुका है। पिछले पांच वर्षों में यहां करीब 11,000 यूनिट्स लॉन्च हुए हैं, जो बढ़ती डिमांड को दर्शाता है — ये मांग कमर्शियल गतिविधियों, इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास और एनसीआर के सभी हिस्सों से बेहतर कनेक्टिविटी के कारण है।