नई दिल्ली,, दिव्यराष्ट्र/: ड्रोन समाधान देने वाली प्रमुख स्टार्टअप कंपनी स्काईलार्क ड्रोन्स ने हिसार में आयोजित कृषि दर्शन एक्सपो 2025 में “डीएमओ-एजी” सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। भारत में कृषि ड्रोन क्षेत्र में हो रहे तेज विकास को ध्यान में रखते हुए, यह एक ऐसा अनोखा सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म है जो किसानों को ड्रोन के इस्तेमाल से संबंधित सभी कार्यों में मदद करेगा। यह प्लेटफॉर्म देशभर में कृषि ड्रोन को संचालित करने और उनका प्रबंधन करने का तरीका बदलने के लिए तैयार है।
यह लॉन्च इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत का कृषि क्षेत्र सरकारी पहलों और सटीक कृषि समाधान की बढ़ती मांग से प्रेरित होकर तेजी से ड्रोन टेक्नोलॉजी अपना रहा है। डीएमओ-एजी प्लेटफॉर्म, जो एक एकीकृत समाधान प्रदान करता है, बाजार में मौजूद अंतर को पाटता है और किसानों, ड्रोन ऑपरेटर्स, मेंटेनेंस टीमों और कृषि रसायन कंपनियों को एक साथ लाता है।
मृणाल पई, को-फाउंडर, स्काईलार्क ड्रोन्स ने कहा, “डीएमओ-एजी के साथ, हम कृषि उद्योग में एक परिवर्तनकारी बदलाव की उम्मीद करते हैं। हम ड्रोन टेक्नोलॉजी को सभी तक पहुंचाकर सटीक खेती को बढ़ावा देना चाहते हैं, जिससे पैदावार बढ़ेगी, लागत घटेगी और कृषि प्रणालियां अधिक स्थायी बनेंगी। हमारा डीजीसीए-अनुपालन वाला प्लेटफॉर्म न केवल किसानों को सशक्त बनाएगा, बल्कि ड्रोन सेवा प्रदाताओं और पायलटों को भी रीयल-टाइम जानकारी, ऑटोमेशन और राजस्व प्रबंधन से सशक्त बनाएगा, जिससे भारतीय कृषि अधिक कुशल, डेटा-आधारित और भविष्य के लिए तैयार हो सकेगी।”
डीजीसीए-कॉम्प्लाएंट प्लेटफॉर्म में कई महत्वपूर्ण फीचर्स हैं, जैसे रीयल-टाइम फ्लीट मैनेजमेंट, फसल-विशेष सिफारिशें और स्वचालित तरीके से फसलों की सेहत की निगरानी रखना – जो सभी स्थानीय भाषाओं में एक सहज इंटरफेस के जरिए सुलभ हैं। यह व्यापक समाधान सभी प्रमुख ऑटोपायलट- सक्षम कंट्रोलर के साथ काम करता है, जिससे यह भारत के विविध कृषि परिदृश्य के लिए एक बहुपरकारी उपकरण बन जाता है।
स्काईलार्क ड्रोन्स ने पहले ही देशभर में 120 से अधिक उद्यम ग्राहकों के बीच 10 मिलियन से ज्यादा स्वायत्त ड्रोन उड़ानें पूरी की हैं और 100 मिलियन से अधिक ड्रोन इमेजेज प्रोसेस किए हैं। यह कंपनी इस क्षेत्र में गहरी विशेषज्ञता लेकर आई है। डीएमओ-एजी का लॉन्च भारतीय कृषि समुदाय के लिए ड्रोन टेक्नोलॉजी को और अधिक सुलभ और प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मृणाल पई ने कहा, “भारत का कृषि ड्रोन बाजार 25-30% की सालाना वृद्धि दर से बढ़ने की उम्मीद है और 2030 तक यह 1 अरब डॉलर से अधिक का हो जाएगा। डीएमओ-एजी इस बदलाव का नेतृत्व करने के लिए पूरी तरह तैयार है। सरकारी समर्थन और सटीक खेती की बढ़ती मांग के चलते, हमारा प्लेटफॉर्म उन्नत ड्रोन टेक्नोलॉजी तक पहुंच को लोकतांत्रिक बना रहा है।”
कंपनी को ठकराल कॉर्पोरेशन, इंफोएज वेंचर्स, एडवांटेज पार्टनर्स, टर्बोस्टार्ट ग्लोबल, आईआईएम उदयपुर इन्क्यूबेशन और हंच वेंचर्स जैसे प्रमुख निवेशकों का समर्थन प्राप्त है।