जयपुर, दिव्य राष्ट्र/ पूर्णिमा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (पीआईईटी) में सात दिवसीय एनएसएस शिविर की शुरुआत हुई। ‘युवाओं के लिए डिजिटल साक्षरता और मेरा युवा मेरा भारत’ थीम पर आयोजित किए जा रहे इस शिविर का उद्घाटन एनएसएस, जयपुर के जिला समन्वयक गोविंद शरण शर्मा ने मुख्य अतिथि के तौर पर किया।
विभिन्न गतिविधियों व पहलों के माध्यम से एनएसएस वॉलिंटियर्स में सामाजिक जिम्मेदारी, नेतृत्व क्षमता और सामुदायिक जुड़ाव की भावना पैदा उत्पन्न करने के मुख्य उद्देश्य से इसका आयोजन किया जा रहा है। डॉ. गोविंद शरण शर्मा ने कहा कि एनएसएस गतिविधियों में भाग लेना व्यक्तिगत विकास में काफी सहायक होता है, क्योंकि इससे टीम वर्क, आपसी संचार और समस्या-समाधान जैसे आवश्यक कौशल विकसित होते हैं। एनएसएस से जुड़ने वाले स्टूडेंट्स दूसरों से सहानुभूति रखने, सामाजिक मुद्दों को समझने में सक्षम होते हैं और उनमें जिम्मेदारी की भावना भी बढ़ती है।
पूर्णिमा इंस्टीट्यूट के एनएसएस की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. नुपुर जैन ने उद्घाटन भाषण में सामाजिक बदलाव में युवाओं की अहम भूमिका की बात करते हुए उनसे पर्यावरण व सामाजिक मुद्दों के समाधान में सक्रिय होने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि युवाओं में दूसरों को प्रेरित करने और सकारात्मक बदलाव लाने की ताकत है।
एनएसएस क्लब की कोर टीम सदस्य तनिष्का रावत ने बताया कि आगामी दिनों में स्टूडेंट्स सांगानेर तहसील के गोद लिए गए गांव आशावाला में विविध सामाजिक व शैक्षिक गतिविधियां आयोजित करेंगे। साथ ही वे भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की विजिट के जरिए औद्योगिक अनुभव प्राप्त करेंगे। पीआईईटी के प्रिंसिपल व डायरेक्टर डॉ. दिनेश गोयल ने एनएसएस वॉलिंटियर्स को प्रेरित करते हुए कहा कि सच्ची शक्ति हमारे आसपास के लोगों की सेवा करने से आती है। अंत में एनएसएस क्लब के कप्तान खगेंद्र यादव द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।