एयू स्माल फ़ाईनेंस बैंक के संस्थापक, एम.ड़ी. और सी.ई.ओ. श्री संजय अग्रवाल ने कहा, “भारत एक नए विचारों के साथ आगे बढ़ रहा है, जहाँ तरक्की और हमारी पुरानी संस्कृति एक साथ चल रहे हैं। प्रदीप गोपाल स्मृति न्यास सांगानेर, ए.यू बैंक एवं पूर्णिमा गु्रप के संयुक्त तत्वावधान में सीतापुरा स्थित पूर्णिमा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नॉलॉजी मे चल रहे दो दिवसीय ‘द ढूंढाड टॉक्स-2025’ कार्यक्रम के समापन पर संजय अग्रवाल ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
संजय अग्रवाल के अनुसार असली बदलाव यही है कि हम अपनी पुरानी विरासत को साथ लेकर नए रास्ते पर चलें। भारतीय संस्कृति, जो विज्ञान और दर्शन पर आधारित है, हमेशा से आगे की सोच वाली रही है, और हमारी पुरानी समझ आज भी हमें रास्ता दिखाती है.एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक में, इसी पुराने और नए के मेल को सम्मान देते हैं। हमारी कोशिशें नए विचारों को बढ़ावा देती हैं, साथ ही उन मूल्यों को भी बनाए रखती हैं जो हमारी पहचान हैं।भारत कभी विश्वगुरु था, और मुझे लगता है कि हम सही बदलावके साथ फिर से उसी ऊँचाई पर पहुँच रहे हैं—ऐसा बदलाव जो अपनी जड़ों का सम्मान करता है और तरक्की की प्रेरणा देता है।
मुख्य अतिथि विधानसभाध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि भारत केवल मिट्टी का टुकडा नहीं है यह जीता जागता राष्ट्र है। इसने दुनिया को हर क्षेत्र में ‘आइना’ दिखाया है। भारत दुनिया में आदि काल से विश्वगुरू था, है और भविष्य में भी विश्वगुरू रहेगा।