Home हेल्थ रीक्लेम योर स्टेप्स’ अपोलो की घुटने रिप्लेसमेंट मरीज़ों के लिए विशेष पहल

रीक्लेम योर स्टेप्स’ अपोलो की घुटने रिप्लेसमेंट मरीज़ों के लिए विशेष पहल

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++200 रोबोटिक असिस्टेड टोटल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी सफलतापूर्वक की

नवी मुंबई, दिव्यराष्ट्र/कई लोगों के लिए, बिना दर्द के एक कदम उठाना सिर्फ़ गति नहीं, स्वतंत्रता है। पीड़ा से ताकत तक की इस शक्तिशाली यात्रा को बढ़ाते हुए, अपोलो हॉस्पिटल्स नवी मुंबई ( एएच एनएम) ने मरीज़ों, डॉक्टरों और देखभाल करने वालों को ‘रीक्लेम योर स्टेप्स’ में एक साथ लाया है। इस पहल में आशा, उपचार और एकजुटता का अनोखा मिलाप देखा गया। इस पहल ने एक महत्वपूर्ण पड़ाव पार किया: हॉस्पिटल में 200 रोबोटिक असिस्टेड टोटल नी रिप्लेसमेंट (टीकेआर) सर्जरी सफलतापूर्वक की गयी। इस विशेष पहल को सफल बनाया अपोलो हॉस्पिटल्स नवी मुंबई के डॉ.संजय धर, डॉ. विक्रम पावड़े, डॉ. प्रशांत अग्रवाल, डॉ.समीर चौधरी, डॉ.सिद्धार्थ यादव जैसे अपोलो हॉस्पिटल्स के सीनियर कंसल्टेंट,ऑर्थोपेडिक्स-रोबोटिक सर्जरी की टीम ने।

मरीज़ों की सहायता के लिए एक विशेष समूह की शुरूआत करना इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था। जो लोग घुटनों की रिप्लेसमेंट सर्जरी करवा चुके हैं या करने के बारे में सोच रहे हैं उनके लिए यह समूह एक ‘सेफ प्लेस’ बनेगा। साझा अनुभव, पोस्ट-ऑपरेटिव मार्गदर्शन, भावनात्मक आश्वासन और लगातार प्रेरणा प्रदान करना इस समूह का उद्देश्य है, समूह सुनिश्चित करेगा कि कोई भी मरीज़ इस उपचार यात्रा में अकेला नहीं होगा।

डॉ. संजय धर, सीनियर कंसल्टेंट ऑर्थोपेडिक्स और रोबोटिक सर्जरी, अपोलो हॉस्पिटल्स नवी मुंबई ने कहा,“घुटने का रिप्लेसमेंट केवल एक सर्जिकल प्रक्रिया नहीं है – व्यक्ति को घूमने-फिरने, अपने सभी काम पाने की क्षमता बहाल करने, उनकी स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के बारे में है। जब हम घुटने के रिप्लेसमेंट का सुझाव देते हैं, तो मरीज़ों का सबसे बड़ा डर होता है कि क्या वे फिर से चल-फिर पाएंगे। रोबोटिक असिस्टेड सर्जरी से, मरीज़ की रिकवरी बहुत तेज़ी से होती है। अधिकांश मरीज़ 24 घंटे के भीतर चलना शुरू कर देते हैं और इससे उन्हें बहुत आत्मविश्वास मिलता है।”

डॉ.विक्रम पावड़े, सीनियर कंसल्टेंट ऑर्थोपेडिक्स और रोबोटिक सर्जरी, अपोलो हॉस्पिटल्स नवी मुंबई ने कहा,“अपोलो हॉस्पिटल्स नवी मुंबई में, हम अनुभवी सर्जन, प्रशिक्षित स्टाफ़ और पेन मैनेजमेंट विशेषज्ञों के साथ एक मल्टी-डिसिप्लिनरी दृष्टिकोण का पालन करते हैं। इससे मरीज़ को पूरी प्रक्रिया में दर्द-मुक्त अनुभव मिलता है।”
अरुणेश पुनेथा, पश्चिमी क्षेत्र-क्षेत्रीय सीईओ, अपोलो हॉस्पिटल्स ने बताया,”हमें गर्व है कि, हमने 200 से अधिक रोबोटिक घुटना रिप्लेसमेंट सर्जरी की हैं और उनकी उत्कृष्ट रिकवरी भी हुई है। ये टीकेआर प्रक्रियाएं हमारे मरीज़ों को अपनी ज़िन्दगी को फिर से पहले की तरह बनाने में सक्षम बनाती हैं – वे अपने रोज़ाना के कामों को अपने आप कर पाने में सक्षम हो जाते हैं, यही वह वास्तविक मूल्य है जो हम अपने मरीज़ों को देते हैं। हमें अपने डॉक्टरों और कर्मचारियों पर बहुत गर्व है जो हमारे मरीज़ों को व्यापक देखभाल प्रदान करते हैं। हमारे मरीज़ सहायता समूह के शुरू होने के साथ, हम देखभाल का एक समुदाय बना रहे हैं।”

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