दिव्यराष्ट्र, मुंबई: क्रिटिकल एप्लिकेशन्स के लिए सटीक मेटल कंपोनेंट्स के लीडिंग इंडियन मैन्युफैक्चरर, पीटीसी (PTC) इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड (बीएसई: 539006, एनएसई: PTCIL) ने घोषणा की है कि उसके बोर्ड ने योग्य संस्थान प्लेसमेंट (QIP) के माध्यम से कंपनी के सदस्यों के अनुमोदन और आवश्यकतानुसार अन्य रेगुलेटरी/स्टेट्यूटरी अप्रूवल सहित आवश्यक अनुमोदन के अधीन 700 करोड़ रुपये तक की धनराशि जुटाने को मंज़ूरी दे दी है। हाल ही में, एयरोस्पेस में विभिन्न क्रिटिकल और सुपर-क्रिटिकल एप्लिकेशन्स के लिए स्ट्रेटिजिक और महत्वपूर्ण सामग्रियों और हाई इंटीग्रिटी मेटल कंपोनेंट्स के निर्माता, एरोलॉय टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (पीटीसी इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड {ATL} की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी) ने घोषणा की कि एयरो-इंजन और इंडस्ट्रीयल गैस टरबाइन एप्लिकेशन्स के लिए सिंगल क्रिस्टल और डायरेक्शनली सॉलिडिफाइड ब्लेड और वेन के निर्माण के लिए सबसे उन्नत कास्टिंग टेक्नोलॉजी को हम सफलतापूर्वक डेवलप कर चुके हैं। कंपनी ने इस मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को अपनी लखनऊ फैसिलिटी में स्थापित किया है। यह तकनीकी जानकारी पीटीसी (PTC) को भारत में और दुनिया में बहुत कम कंपनियों के बीच ऐसी क्षमता रखने वाली एकमात्र कंपनी बनाती है। अब तक इस टेक्नोलॉजी को बहुत ही बारीकी से संरक्षित रखा गया है और विकासशील दुनिया के किसी भी देश के लिए इस तकनीक तक पहुंच प्रतिबंधित रही है। कंपनी द्वारा इस स्वदेशी क्षमता का निर्माण कंपनी के लिए अपने व्यापक उद्देश्य (धर्म) – समता प्राप्त करने की दिशा में एक प्रमुख माइलस्टोन है।
यह क्षमता और इससे संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी को सिंगल क्रिस्टल या डायरेक्शनली सॉलिडिफाइड जैसे अत्यधिक विशिष्ट माइक्रोस्ट्रक्चर के साथ कॉम्प्लेक्स इन्टर्नल हॉलो (खोखला) कूलिंग पैसेज के साथ एयरफॉइल (ब्लेड और वेन) का उत्पादन करने में सक्षम करेगा।
यह मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी बेहद विशिष्ट है और पारंपरिक रूप से दुनिया-भर के 3-4 देशों में उद्योग जगत के नेताओं द्वारा इसकी बारीकी से निगरानी की जाती है। इस स्ट्रेटिजिक एडवांस्मेंट के साथ, कंपनी अब दुनिया की बहुत कम कंपनियों में से एक है जिसके पास इन सबसे एडवांस्ड मेटलर्जिकल कंपोनेंट्स के निर्माण और वितरण की तकनीक और क्षमता है।
एफिशिएंसी के हाइअर लेवल को प्राप्त करने के लिए एयरो-इंजन और इंडस्ट्रीयल गैस टर्बाइनों को दहन और निकास (हॉट सेक्शन) भागों में, 2500 डिग्री सेल्सियस से अधिक, बहुत तेज़ तापमान पर संचालित करने की आवश्यकता होती है। इस “हॉट सेक्शन” में उपयोग किए जाने वाले एयरफ़ोइल (ब्लेड और वेन) को इन एक्सट्रिमली हाई ऑपरेटिंग टेंपरेचर (जिस पर कोई भी मिश्र धातु पिघल जाएगी) और साथ ही इंटेंसली हाई रोटेशनल फोर्सेज का सामना करने की आवश्यकता होती है। सिंगल क्रिस्टल और डायरेक्शनली सॉलिडिफाइड कास्टिंग एडवांस्ड कास्टिंग तकनीकें हैं जिनका उपयोग असाधारण ताकत और बहुत हाई टेंपरेचर के रेजिस्टेंस के साथ मेटल कंपोनेंट्स के निर्माण के लिए किया जाता है। इन टेक्नोलॉजीज़ का उपयोग करके कास्टिंग का उत्पादन बिना किसी ग्रेन्स बाउंड्री (सिंगल क्रिस्टल) या एलाइनमेंट ग्रेन्स (डायरेक्शनली सॉलिडिफाइड) के साथ एक सूक्ष्म संरचना के द्वारा किया जा सकता है।
एयरफ़ॉइल कास्टिंग में ये मेटलर्जिकल प्रॉपर्टीज़ एयरक्राफ्ट इंजन टर्बाइन जैसे डिमांड वाले एनवायरनमेंट में उनके प्रदर्शन को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाते हैं, जहां वे दक्षता और विश्वसनीयता में सुधार करने में मदद करते हैं। ऐसे डिमांड वाली एप्लिकेशन्स और एनवायरनमेंट में उपयोग किए जाने वाले एयरफ़ोइल (ब्लेड और वेन्स), ऐसे हाई टेंपरेचर और हाई लोड (भार) पर काम करने के लिए इन्टर्नल हॉलो (खोखले) कूलिंग पैसेज को ढालने की क्षमता के साथ-साथ सिंगल क्रिस्टल या डायरेक्शनली सॉलिडिफाइड माइक्रोस्ट्रक्चर के इन मेटलर्जिकल प्रॉपर्टीज़ का उपयोग करते हैं। पीटीसी (PTC) इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड 60 वर्षों से अधिक समय से महत्वपूर्ण एप्लिकेशन्स के लिए सटीक मेटल कंपोनेंट्स का एक अग्रणी भारतीय निर्माता है। अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एयरोलॉय टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के माध्यम से, कंपनी भारत के साथ-साथ निर्यात के लिए एयरोस्पेस और डिफेंस एप्लिकेशन्स के लिए टाइटेनियम और सुपरअलॉय कास्टिंग की मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई कर रही है। कंपनी उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर के लखनऊ नोड में नई अधिग्रहीत 50 एकड़ भूमि पर एक नई अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधा में कई मिलियन डॉलर का निवेश करके अपनी एयरोस्पेस कास्टिंग क्षमता का काफी विस्तार कर रही है। यह सुविधा टाइटेनियम और सुपरअलॉय मिल के साथ पूरी तरह से वर्टिकली इंटीग्रेटेड होगी, जो इन महत्वपूर्ण और रणनीतिक सामग्रियों में एयरोस्पेस ग्रेड सिल्लियां, बिलेट्स, बार, प्लेट्स और शीट का उत्पादन करेगी।