दिव्यराष्ट्र, गुरुग्राम: निसान मोटर इंडिया ने भारत से 12 लाखवीं कार का निर्यात करते हुए निर्यात परिचालन में उल्लेखनीय पड़ाव पार किया है। यह उपलब्धि ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ फिलॉसफी को लेकर निसान की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। साथ ही एएमआईईओ क्षेत्र में कंपनी के लिए रणनीतिक निर्यात हब के तौर पर भारत की महत्वपूर्ण भूमिका की भी पुष्टि करती है। 12 लाखवीं कार के रूप में नई निसान मैग्नाइट बी-एसयूवी को जीसीसी क्षेत्र में भेजा गया। इस मौके पर तमिलनाडु के कामराजार पोर्ट, एन्नोर पर निसान मोटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री सौरभ वत्स ने हरी झंडी दिखाकर निर्यात की खेप को रवाना किया।
इस मौके पर निसान मोटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री सौरभ वत्स ने कहा, ‘भारत से 12 लाखवीं कार का निर्यात करते हुए हमने एक और महत्वपूर्ण पड़ाव पार कर लिया है। यह उपलब्धि हमारी टीम के साझा समर्पण और मेडइनइंडिया कारों पर दुनियाभर के ग्राहकों के भरोसे का प्रतीक है। निसान मैग्नाइट लगातार वैश्विक स्तर पर सफलता का मानक बनी हुई है, जो डिजाइन, क्वालिटी और इनोवेशन पर हमारे फोकस को दिखाता है।’
निर्यात परिचालन शुरू होने के बाद से निसान मोटर इंडिया ने निसान मैग्नाइट, निसान सनी, निसान किक्स और निसान माइक्रा समेत विभिन्न मॉडल्स का निर्यात किया है। इसके निर्यात बाजारों में अफ्रीका, पश्चिम एशिया, लैटिन अमेरिका और दक्षिण पूर्व एशिया के देश शामिल हैं। नई निसान मैग्नाइट की लॉन्चिंग ने लेफ्ट हैंड ड्राइव (एलएचडी) और राइट हैंड ड्राइव (आरएचडी) दोनों बाजारों में निर्यात की निसान मोटर इंडिया की रणनीति के तहत इसकी वैश्विक उपस्थिति को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अभी 65 देशों में निसान निर्यात कर रही है।






