नारायणा हॉस्पिटल, जयपुर में मुंह और गले के कैंसर से उबरे मरीजों के लिए आयोजित हुआ जागरूकता कार्यक्रम।
* कैंसर सर्वाइवर्स ने साझा किए अपने अनुभव।
जयपुर: दिव्यराष्ट्र/नारायणा हॉस्पिटल, जयपुर ने मुंह व गले के कैंसर की जंग जीत चुके मरीजों के लिए “नए अध्याय” नामक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में, डॉ. दीपांशु गुरनानी, ईएनटी एक्सपर्ट एवं हेड-नेक सर्जन ने नई तकनीकों और रोकथाम पर चर्चा की। यह कार्यक्रम होटल फ़र्न में किया गया, जहां 18 से ज्यादा कैंसर सर्वाइवर आए जो आज अपने जीवन को पूरे उत्साह से जी रहे हैं।
इस दौरान ईएनटी एक्सपर्ट एवं हेड-नेक सर्जन डॉ. दीपांशु गुरनानी ने बताया कि देश में हर साल मुंह व गले के कैंसर के दो लाख से अधिक नए मामले सामने आते हैं जिसमें से पहली स्टेज के कैंसर वाले सिर्फ 30 हजार मरीज ही सही इलाज कराते हैं, बाकी मरीज या तो अपना इलाज नहीं कराते या एडवांस स्टेज पर पहुंचने के बाद ही उन्हें बीमारी का पता लगता है। डॉ. गुरनानी ने दो ऐसे मरीजों के केस स्टडीज साझा किए जिन्हें नारायणा हॉस्पिटल में सफलतापूर्वक इलाज किया गया था:
केस 1 – एक 30 वर्षीय मरीज लंबे समय से मुंह के अंदर होने वाले घाव से परेशान था। वह कुछ खाने में भी असमर्थ था। नारायणा हॉस्पिटल में पूरी जांच के बाद उसे मुंह का कैंसर पाया गया। सफल सर्जरी और कीमोथेरेपी के बाद, वह अपनी नौकरी फिर से कर पा रहे हैं है और उनके चेहरे पर भी कोई कास्मेटिक स्कार नहीं है। यह किसी भी कैंसर सर्वाइवर के लिए एक बहुत बड़ी चीज़ होती है की उन्हें कोई स्काररिंग ना हो।
केस 2 – एक 22 वर्षीय युवती को थायरॉइड कैंसर था। कई अस्पतालों के चक्कर लगाने के बाद, वह नारायणा हॉस्पिटल आई जहां उसकी थायरॉइड कैंसर ट्यूमर की सफल सर्जरी की गई। आज वह एक सामान्य जीवन जी रही है और हाल ही में उसकी शादी भी हुई है।
कार्यक्रम में नारायणा हॉस्पिटल, जयपुर के क्लिनिकल डायरेक्टर, डॉ. प्रदीप कुमार गोयल एवं फैसिलिटी डायरेक्टर बलविंदर सिंह वालिया ने भी मरीजों का उत्साह बढ़ाया और उन्हें अस्पताल में इलाज के लिए उपलब्ध सभी सुविधाओं के बारे में जानकारी दी।