जयपुर,, दिव्यराष्ट्र/ एमएनआईटी जयपुर क्रिस्टल जुबली एलुमनी मीट 2025 अब्दुल कलाम हॉल (वीएलटीसी) में आयोजित किया गया था। कार्यक्रम की शुरुआत सम्मानित अतिथि हुकुम सिंह मीना, एक प्रतिष्ठित (एमएनआईटी जयपुर के 1986 के पूर्व छात्र और 1992 बैच के आईएएस अधिकारी) और अन्य प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों द्वारा औपचारिक दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई।
मंच पर हुकुम सिंह मीना (एमएनआईटी जयपुर के 1986 के पूर्व छात्र और 1992 बैच के आईएएस अधिकारी), प्रोफेसर ए.पी.एस. राठौड़ (मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर), राकेश जैन (समन्वयक, प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट), प्रोफेसर दिलीप शर्मा (डीन, अंतर्राष्ट्रीय एवं पूर्व छात्र मामले), डॉ. आशीष दत्त शर्मा (अध्यक्ष, एमएनआईटीजेएए), महेंद्र मीना (महासचिव, एमएनआईटीजेएए), डॉ. पवन कल्ला (एसोसिएट डीन, पूर्व छात्र मामले), सुरेंद्र बागड़ी (समन्वयक, क्रिस्टल जुबली बैच)।
समारोह की शुरुआत डॉ. पवन कल्ला (एसोसिएट डीन, पूर्व छात्र मामले) के स्वागत भाषण से हुई। जिन्होंने संस्थान की विरासत को आकार देने में पूर्व छात्रों की अमूल्य भूमिका को रेखांकित किया और उनके सामाजिक योगदान के बारे में प्रेरक उपाख्यान साझा किए।
एमएनआईटीजेएए के अध्यक्ष डॉ. आशीष दत्त शर्मा ने मजबूत पूर्व छात्रों के संबंधों के परिणामस्वरूप होने वाली आपसी वृद्धि और विकास पर प्रकाश डाला और छात्रों और संस्थान पर समान रूप से पड़ने वाले परिवर्तनकारी प्रभाव पर जोर दिया। क्रिस्टल जुबली बैच समन्वयक श्री. सुरेंद्र बागड़ी ने एमएनआईटी जयपुर में अपनी हार्दिक यात्रा और यादगार अनुभव साझा किए।
प्रोफेसर राकेश जैन ने विस्तार से बताया कि कैसे पूर्व छात्र वर्तमान छात्रों के लिए रोल मॉडल और एक महत्वपूर्ण सहायता प्रणाली के रूप में काम करते हैं। प्रोफेसर दिलीप शर्मा ने संस्था की प्रगति और वृद्धि एवं विकास के प्रति इसकी निरंतर प्रतिबद्धता का सिंहावलोकन प्रदान किया।
सम्मानित अतिथि हुकुम सिंह मीना ने योगदान के महत्व पर एक प्रेरक भाषण दिया, जिसमें बताया गया कि कैसे व्यक्ति समाज में सार्थक बदलाव ला सकते हैं। प्रोफेसर ए.पी.एस. राठौड़ ने अपने छात्रों के जीवन को आकार देने में एक संस्थान के स्थायी प्रभाव पर जोर देते हुए पुरानी यादें साझा कीं।
समारोह में क्रिस्टल जुबली बैच (2009-2010) का अभिनंदन, उनकी उपलब्धियों और योगदान का सम्मान भी शामिल था।
अपने समापन भाषण में एमएनआईटीजेएए के महासचिव महेंद्र मीना ने सभी उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया और दोहराया कि क्रिस्टल जुबली एलुमनी मीट 2025 ने न केवल एमएनआईटी जयपुर के शानदार इतिहास का जश्न मनाया, बल्कि एक आशाजनक भविष्य की नींव भी रखी। जैसे-जैसे संस्थान आगे बढ़ता है, यह उत्कृष्टता, अखंडता और सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ रहता है, छात्रों को लगातार विकसित हो रही दुनिया में आगे बढ़ने के लिए तैयार करता है।