जयपुर: हम बात कर रहे है आज एक ऐसी महिला उध्यमी मनीषा शर्मा की जो राजस्थान के एक छोटे से शहर झालरापाटन झालावाड़ से है जब वे मात्र 3 वर्ष की थी तब इनके पिता का देहांत हो गया घर में ना तो कोई भाई और समाज की कुंठा ऊपर से। इनकी माँ ने तभी परिवार को सम्बल बनाने के लिए सरकारी नौकरी की। माँ को कई बार ट्रान्स्फर या ऑफिस वर्क से घर से बाहर जाना पड़ता था इन्होंने अपने बचपन में अकेले रहकर पाया की हिंदुस्तान में किसी महिला को आत्मनिर्भर हाने में कितनी समस्या का सामना करना पड़ता है हौसला है अगर तो दुनिया का कोई काम नामुमकिन नहीं हो सकता है मनीषा ने अपनी लगन एवं मेहनत और संघर्ष के माध्यम से एक छोटे से व्यापार को बड़े स्तर पर पहुँचाने में सफलता प्राप्त की है वह वर्तमान में एकेनिस सॉफ्टवेयर सर्विसेज लिमिटेड की मैनेजिंग डिरेक्टर और माय पर्फेक्ट पैक के सह-संस्थापक हैं जो 190 देशों में प्रिंटिंग एंड पैकिजिंग सुविधा बिना किसी मिनिमम ऑर्डर के प्रदान करती है माय पर्फेक्ट पैक इंडिया की पहली ऐसी कंपनी है जो की 3 साल के रिकॉर्ड टाइम में बीएसई में लिस्टेड हो गई।
एक चर्चा में मनीषा ने कहा, मेरी शिक्षा आर्ट्स में हुई थी लेकिन मुझे पढ़ने का बहुत शौक था। मेरी शादी 2007 में विकास शर्मा के साथ कोटा में हुई और पति की सॉफ्ट्वेर जॉब के कारण बैंगलोर जाना पड़ा, वहाँ से जर्मनी, यूरोप और यूएसए जाने का मौका मिला। इन विदेश यात्रा के कारण काफी कुछ सीखने का मौका मिला। 2016 में अचानक लिवर की बीमारी के कारण माँ का भी देहांत हो गया। मुझे याद है की माँ ने हमको पालने के लिए काफी संघर्ष किया ह में चाहती थी की हर महिला अपने पैरों पे खड़ी हो और आत्मनिर्भर हो इसलिए 2019 में हमने एकेन्निस सॉफ्ट्वेर सर्विस की शुरूवात की और नीति आयोग की मदद से आईआईएम बैंगलोर द्वारा इग्जेक्युटिव एजुकेशन प्राप्त की हमारा काम महिला को सॉफ्ट्वेर ट्रेनिंग करवाना और जॉब दिलवाने में मदद करना था। कोरोना के कारण काफी नुकसान हुआ लेकिन हमने हिम्मत नहीं हरी उसी समय हमने आईटी सर्विसेज के साथ माय पर्फेक्ट पैक की नीव डाली।
उनकी कम्पनी का मिशन सर्वदा बढ़ती तकनीक के साथ स्वाभाविक और सुरक्षित पैकेजिंग की सेवाएं हर नए उध्यम तक प्रदान करना जिससे छोटे व्यापारों को भी आसानी से उच्च गुणवत्ता वाले पैकेजिंग की सुविधा एक ही जगह मिल सके। वो हर भारतीय महिला को आत्म निर्भर बनाने की कोशिश में है। यह एक ऐसी कंपनी भी है जिसके सारे डायरेक्टर महिला है। माय पर्फेक्ट पैक कम्पनी में 60 प्रतिशत महिला कार्यकर्ता है आज यह कम्पनी 5000 से भी ज्यादा पैकेजिंग मटेरीयल बिना मिनिमम ऑर्डर क्वांटिटी के प्रदान करते है इनकी कम्पनी माय पर्फेक्ट पैक ने सॉफ्टवेयर और प्रिंटिंग और पैकेजिंग सेगमेंट में स्टार्टप एक नई दिशा स्थापित की है ।
भारत सरकार ने उनकी मेहनत और उद्यमिता को मान्यता दी है और उन्हें आइकॉन ऑफ इंडिया पुरस्कार से सम्मानित किया है। साथ ही, सरकार ने उनकी कम्पनी को भारत सरकार के द्वारा 100 शीर्ष एमएसएमई कंपनियों में शामिल किया है। इंडिया एसएमई फोरम द्वारा इनको भारतीय महिला उध्यमता पुरस्कार से भी नवाजा गया है। इनकी कम्पनी का नाम इंडिया बुक ओफ रिकोर्ड में शामिल भी है। एमएसएमई मिनिस्ट्री द्वारा उनको यूएसए में इंडिया प्रोडक्ट का प्रतिनिधित्व करने का मौका भी मिला आज उनकी की शाखा भारत के अलावा यूके, यूएसए, न्यूजीलैंड एवं यूएई में है मनीषा भारत की प्रतिष्ठित संस्थान जैसे आईसीसी, सीआईआई, इंडिया एसएमई फोरम, स्टार्टअप इंडिया एवं एमएसएमई मंत्रालय की गोल्ड प्रीमीयम मेम्बर भी है।