यह फंड उन कंपनियों में निवेश करेगा जो कि जीवित प्राणियों, समाज या पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाती हैं और साथ ही नैतिक मूल्यों को बरकरार रखती हैं
एनएफओ 24 सितंबर को खुलेगा और 8 अक्टूबर को बंद होगा
बीकानेर , दिव्यराष्ट्र*/– अच्छे कर्मों में निवेश और जैन सिद्धांत को ध्यान रखते हुए , पैंटोमैथ ग्रुप के, द वेल्थ कंपनी म्यूचुअल फंड ने निवेशकों के लिए द वेल्थ कंपनी एथिकल फंड लॉन्च किया है। यह एक ओपन-एंडेड इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम है जो कि एथिकल थीम का अनुसरण करती है। यह शुभ आरंभ देशनोक, राजस्थान में आयोजित श्री अखिल भारतीय साधुमार्गी जैन संघ के 63वें संघ समर्पण महोत्सव और वार्षिक अधिवेशन के अवसर पर किया गया। द वेल्थ कंपनी एथिकल फंड की स्थापना जीवन के तीन शाश्वत सात्विक सिद्धांतों जैसे शुद्धता, दया, और अहिंसाके आधार पर की गई है। यह न्यू फंड ऑफर (एनएफओ) 24 सितंबर, 2025 को खुलेगा और 8 अक्टूबर, 2025 को बंद होगा।
सात्विक निवेश की बुनियाद पर लाये गए और अहिंसा के सिद्धांत के अनुरूप, इस फंड के निवेश में वे सभी उद्योग बिल्कुल बाहर कर दिए गए हैं जो सट्टेबाजी, शराब, तंबाकू, नशीले पदार्थ, चमड़ा, मांस और पोल्ट्री, कीटनाशक से जुड़े हैं या फिर पशु क्रूरता में शामिल हैं।
इस लॉन्च के साथ, द वेल्थ कंपनी ने म्यूचुअल फंड एक ऐसा वित्तीय इकोसिस्टम बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दर्शायी है, जहां आस्था और धन (मूल्य और संपत्ति) समन्वय बनाकर साथ-साथ चल सकते हैं। यह फंड न केवल व्यक्तिगत समृद्धि में योगदान देने की कोशिश करेगा बल्कि सार्वभौमिक कल्याण में भी मदद करता है।
द वेल्थ कंपनी एथिकल फंड का मूल विचार यह है कि धन, विवेक और नैतिकता के साथ कमाना चाहिए। यह फंड निवेश के दौरान मूल्यों को सबसे पहले रखता है और जिम्मेदारी व सचेत विकास पर जोर देता है। सात्विक सिद्धांतों के मार्गदर्शन में, यह फंड उन व्यवसायों में निवेश नहीं करता जो जीवन, पर्यावरण या समाज को नुकसान पहुंचाते हैं। इसके बजाय, यह एक ऐसा निवेश क्षेत्र बनाता है जहां विकास शुद्ध इरादों और अच्छे कर्मों से आता है।
निवेशकों को बेहतर और टिकाऊ रिटर्न देने के प्रयत्न के लिए प्राइवेट इक्विटी शैली की निवेश पद्धति अपनाई जाएगी
द वेल्थ कंपनी म्यूचुअल फंड की संस्थापक, एमडी और सीईओ, सुश्री मधु लूणावत ने कहा, “असली संपदा सिर्फ पैसे इकट्ठा करना नहीं है, बल्कि खुद को, समाज को और पर्यावरण को बेहतर बनाना है। हलाकि निवेश एक निजि मामला है किन्तु हमारा मानना है की निवेश हमेशा ऐसे करें जो अहिंसा और सच्चे मूल्यों को बढ़ावा दें। द वेल्थ कंपनी एथिकल फंड हमें अपनी जड़ों की ओर ले जाता है, जहाँ धन को शुद्धता के साथ, मूल्यों से मार्गदर्शित होकर और करुणा साझा करके बढ़ाया जाता है। यह अच्छे कर्मों के साथ निवेश करने और अपने धन को बढ़ाने का सात्विक तरीका है, जिसमें किसी जीवन की हानी नहीं होती। और जैन दर्शन में समझाएगए सिद्धांतो का पालन करते हुए धनोपार्जन किया जा सकता है”
द वेल्थ कंपनी एथिकल फंड का प्रबंधन अनुभवी फंड मैनेजर और द वेल्थ कंपनी म्यूचुअल फंड की सीआईओ, सुश्री अपर्णा शंकर करेंगी, जिनके पास 30 साल से ज्यादा का अनुशासित, शोध-आधारित फण्ड मैनेजमेंट का अनुभव है। इस फंड का लक्ष्य निवेशकों, युवा पीढ़ी, जागरूक परिवारों, अमीर व्यक्तियों और वैश्विक निवेशकों को वित्तीय विकास को सात्विक मूल्यों के साथ जोड़ने में मदद करना है।
सुश्री अपर्णा शंकर, द वेल्थ कंपनी म्यूचुअल फंड की चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर – इक्विटी ने कहा, “वैश्विक अनुभव बताते हैं कि सस्टेनेबल (टिकाऊ) और एथिकल (नैतिक) फंड्स ने लंबे समय में पारंपरिक फंड्स की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। भारत में आस्था आधारित और नैतिक सूचकांकों ने भी उल्लेखनीय प्रदर्शन किया यह इस तथ्य को पुष्ट करता है कि आस्था-सम्मत निवेश न केवल सिद्धांततः सही है, बल्कि दीर्घकाल में लाभकारी भी सकता है | इस योजना की शुद्ध परिसंपत्तियों का कम से कम 80% हिस्सा योजना के बेंचमार्क घटकों में निवेश किया जाएगा।
एनएफओ की जानकारी*
• एनएफओ खुलेगा : 24 सितंबर 2025
• एनएफओ बंद होने की तारीख : 8 अक्टूबर 2025
• स्कीम का प्रकार : एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम जो एथिकल थीम का अनुसरण करती है।
• बेंचमार्क: निफ्टी 500 शरिया टीआरआई
डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है, योजना से संबंधित सभी दस्तावेज सावधानीपूवर्क पढ़ें। पिछला प्रदर्शन भविष्य में बना भी रह सकता है और नहीं भी।
न्यू फंड ऑफर (एनएफओ) के दौरान दी गई उपरोक्त प्रोडक्ट लेबलिंग स्कीम की विशेषताओं या मॉडल पोर्टफोलियो के आंतरिक मूल्यांकन पर आधारित है। एनएफओ के बाद वास्तविक निवेश होने पर यह बदल सकता है।