किंजल राजप्रिया और रिताभरी चक्रवर्ती हुए शामिल
मुंबई, दिव्यराष्ट्र/देश के सबसे भरोसेमंद और प्रतिष्ठित आभूषण ब्रांडों में से एक कल्याण ज्वैलर्स ने नवरात्रि के अवसर पर एक नया डिजिटल एड कैम्पेन शुरू किया है। अपनी तरह के इस अनूठे एड कैम्पेन में देश की सांस्कृतिक विविधता का जश्न मनाते हुए अलग-अलग प्रदेशों के विशेष वाले आभूषण डिज़ाइनों को उजागर किया गया है। ये ऐसे डिजाइन हैं जो संबंधित प्रदेश के अनूठे लोकाचार और परंपराओं को दर्शाते हैं। कल्याण ज्वैलर्स की रीजनल ब्रांड एंबेसडर – रिताभरी चक्रवर्ती और किंजल राजप्रिया को भी इस एड कैम्पेन में शामिल किया गया है।
कल्याण ज्वैलर्स के #ट्रेडिशनऑफ टुगेदेरने कैम्पेन को आगे बढ़ाते हुए यह विज्ञापन अभियान माँ दुर्गा की शक्ति का जश्न मनाता है और दुर्गा पूजा की अहमियत को दर्शाता है। साथ ही इसमें आधुनिक महिलाओं को भी दर्शाया गया है, जो सशक्त, आत्मनिर्भर और प्रेरक हैं- बिल्कुल देवी की तरह। यह त्योहार की भावना को एक नई ऊंचाई देता है, एकजुटता, प्रेम और माँ दुर्गा की दिव्य उपस्थिति को उजागर करता है।
इसी तरह, गुजरात में नवरात्रि उत्सव गुजरात के सबसे शुभ अवसरों में से एक है। इसी क्रम में विज्ञापन अभियान गुजरात के समृद्ध सांस्कृतिक जीवन और इससे जुड़ी अनूठी भावनाओं को खूबसूरती से प्रदर्शित करता है, और साथ ही गरबा रास और डांडिया समारोहों को अपने भव्य रूप में दर्शाता है। यह नवरात्रि के उल्लास का जश्न मनाता है – रंगों, संगीत और नृत्य का एक त्योहार जो गुजरातियों के दिलों में एक विशेष स्थान रखता है।
रमेश कल्याणरमन, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर, कल्याण ज्वैलर्स ने कहा,‘‘चूंकि हम त्यौहारों के सीजन में प्रवेश कर रहे हैं, इसलिए हमारी नई डिजिटल विज्ञापन श्रृंखला नवरात्रि और दुर्गा पूजा की भावना को ऐसे आभूषणों के साथ मनाती है जो त्यौहारों की तरह ही अनोखे और सार्थक हैं। इस अभियान के माध्यम से, हम अपने ग्राहकों के साथ गहरे स्तर पर जुड़ने की उम्मीद करते हैं, उन्हें ऐसे कालातीत डिज़ाइन प्रदान करते हैं जो परंपरा को आधुनिकता के साथ मिलाते हैं।’’
अभियान में हीरे और नवरात्रि से प्रेरित आभूषण डिज़ाइनों की शुरुआत की गई है, जो परंपरा को समकालीन लालित्य के साथ मिलाते हैं। सभी नए डिज़ाइन एक क्यूरेटेड रेंज का हिस्सा हैं, जिसे अब ‘संकल्प’ ज्वेलरी लाइन के तहत लॉन्च किया गया है। ये आभूषण डिज़ाइन बंगाली और गुजराती समुदाय की गहरी सांस्कृतिक जड़ों से प्रेरित हैं।