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दिवाली के जरिए भारतीय संस्कृति से रूबरू हुए पूर्णिमा यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल स्टूडेंट्स

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जयपुर, दिव्य राष्ट्र/ पूर्णिमा यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को दिवाली पर्व के जरिए भारतीय संस्कृति को करीब से जानने का अवसर मिला। इनके लिए यूनिवर्सिटी द्वारा इन स्टूडेंट्स को कुछ स्थानीय स्टूडेंट्स व फैकल्टी मेंबर्स के घर आमंत्रित किया गया। यहां इंटरनेशनल स्टूडेंट्स ने साथ मिलकर दिवाली पूजन किया और पटाखों व मिठाइयों के जरिए रोशनी के इस त्यौहार को सेलिब्रेट किया। इस पहल में यूनिवर्सिटी की ओर से समीर, गौरव, आनंद झा, डॉ. प्रज्ञा और डॉ. मोनिका ने इन मेहमानों की गर्मजोशी से मेजबानी की।

यूनिवर्सिटी के को—फाउंडर राहुल सिंघी ने बताया कि यूनिवर्सिटी के विभिन्न कोर्सेज में इंटरनेशनल स्टूडेंट्स की संख्या अब 100 को पार कर चुकी है। इनमें जिम्बाब्वे, माली, दक्षिण अफ्रीका, तंजानिया, आइवरी कोस्ट, सूडान, गाम्बिया, लेसोथो, स्वाजीलैंड व लाइबेरिया देशों के स्टूडेंट्स शामिल हैं। इन स्टूडेंट्स के जरिए पूर्णिमा यूनिवर्सिटी न सिर्फ अपने शैक्षणिक क्षितिज का विस्तार कर रही है, बल्कि दुनिया के विभिन्न देशों तक अपनी वैश्विक पहुंच भी बना रही है।

दूसरे देशों के ये स्टूडेंट यहां अपने साथ समृद्ध संस्कृतियां व दृष्टिकोण लेकर आते हैं, जो हमारे कैंपस के अनुभव को और समृद्ध बनाते हैं और वैश्विक शैक्षणिक वातावरण को बढ़ावा देते हैं। इन स्टूडेंट्स को विविधतापूर्ण वातावरण के साथ—साथ अत्याधुनिक व विशिष्ट सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है। भारतीय परंपराओं व आतिथ्य से रूबरू कराने की पहल के तहत इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को दिवाली की सांस्कृतिक समृद्धि से परिचित कराना भी इन सुविधाओं का ही एक भाग था।

यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल रिलेशंस डिपार्टमेंट की डीन डॉ. स्वाति गोखरू ने बताया कि पूर्णिमा यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल एक्सचेंज प्रोग्राम गतिशील व विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं, जो स्टूडेंट्स को परस्पर जुड़ी हुई दुनिया में सफलता के लिए तैयार करते हैं। यह माइलस्टोन पूर्णिमा यूनिवर्सिटी को ग्लोबल एजुकेशन और कोलोब्रेशन का प्रतीक बनाने के हमारे सामूहिक प्रयासों का प्रतिबिंब है।

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