जयपुर, दिव्यराष्ट्र/: हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी में माँ और बच्चे दोनों की सुरक्षा के लिए विशेष निगरानी और विशेषज्ञ देखभाल की ज़रूरत होती है। जयपुर में एक दुर्लभ हाई-रिस्क केस ने एक परिवार को नई उम्मीद दी, जहाँ माँ ने छह असफल प्रयासों के बाद पहली बार स्वस्थ जुड़वां बच्चों को जन्म दिया। कोकून हॉस्पिटल, जयपुर के डॉक्टरों की टीम द्वारा संभाला गया यह केस दिखाता है कि ऐसे जटिल मामलों में ऑब्सटेट्रिक्स एक्सपर्ट, उन्नत निगरानी और एन.आई.सी.यू की तैयारी कितनी महत्वपूर्ण होती है।
माँ को गर्भावस्था के 23-24 हफ्ते में अस्पताल में भर्ती किया गया। उस समय उन्हें कई समस्याएँ थीं, जैसे कि गर्भाशय का मुँह 5 से.मी. खुल जाना और कोलेस्टेसिस ऑफ प्रेग्नेंसी (गर्भावस्था से जुड़ी गंभीर लिवर की समस्या), जो माँ और बच्चों दोनों के लिए खतरनाक हो सकती थी। उस समय जुड़वाँ बच्चों का वजन केवल 600 ग्राम और 800 ग्राम था और एक्सट्रीम प्री-टर्म डिलीवरी का खतरा था। लेकिन कोकून हॉस्पिटल, जयपुर की सीनियर कंसल्टेंट, ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी, डॉ. पंखुरी गौतम और उनकी टीम ने सावधानीपूर्वक इलाज और निगरानी कर इस जटिल गर्भावस्था को सफलतापूर्वक सम्भाला।
डॉ. पंखुरी गौतम ने बताया, “हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता थी गर्भावस्था को जितना संभव हो उतना समय तक सुरक्षित बनाए रखना, ताकि बच्चों को जीवन का बेहतर मौका मिले और माँ की सेहत भी पूरी तरह सुरक्षित रहे। पूरी टीम की मेहनत, समय पर इलाज और लगातार निगरानी की वजह से हम गर्भावस्था को 32 सप्ताह तक ले जाने में सफल रहे और अंततः सुरक्षित प्रसव हो सका।”
लगभग दो महीने तक लगातार निगरानी के बाद 32वें हफ्ते में प्रसव पीड़ा शुरू हुई और माँ ने 2 किलो-2 किलो वज़न वाले स्वस्थ जुड़वाँ बच्चों को जन्म दिया। यह अनुभव बताता है कि हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी में सही डॉक्टरों की देखरेख और गर्भावस्था को कुछ अतिरिक्त सप्ताह तक सुरक्षित रखना, बच्चे के जीवन के लिए कितना जरूरी होता है। कोकून हॉस्पिटल की टीम ने बड़ी ही संवेदनशीलता से एक-एक करके जाँच कीं, हर हफ्ते अल्ट्रासाउंड और स्वास्थ्य मूल्यांकन किया। 24 घंटे नर्सिंग सपोर्ट और लेवल 3 एनआईसीयू की तैयारी ने इस कठिन समय में परिवार को भरोसा और सुरक्षा दी गई । यही देखभाल वह सहारा बनी, जिसकी वजह से नवजात की किलकारी गूंजी। जन्म के बाद दोनों बच्चों को विशेष देखभाल के लिए एन.आई.सी.यू में रखा गया। उन्नत नवजात देखभाल की मदद से बच्चों की सेहत में लगातार सुधार हुआ और बाद में उन्हें स्वस्थ अवस्था में डिस्चार्ज कर दिया गया। यह पूरे परिवार के लिए उम्मीद भरा पल था।
कोकून हॉस्पिटल के बारे में*
कोकून हॉस्पिटल जयपुर पिछले 12 सालों से महिलाओं और बच्चों की देखभाल कर रहा है। यहाँ अब तक 18,000 से ज्यादा बच्चों का जन्म हुआ है, 10,000 से अधिक स्त्री रोग संबंधी ऑपरेशन किए गए हैं और 1.5 लाख से ज्यादा मरीजों का इलाज किया गया है। अस्पताल में हमेशा सुरक्षा, विशेषज्ञता और संवेदनशील देखभाल पर ज़ोर दिया जाता है।