डिग्री प्राप्त कर खिले चेहरे, नजर आई उज्जवल भविष्य की चमक
जयपुर, दिव्य राष्ट्र/ अपने पेरेंट्स की मौजूदगी में डिग्री प्राप्त किया जाना स्टूडेंट्स के लिए यादगार पल बन गया। सोमवार को यह अवसर था पूर्णिमा यूनिवर्सिटी के 11वें दीक्षांत समारोह के प्रथम चरण का। लेफ्टिनेंट जनरल देवेंद्र शर्मा, एवीएसएम, एसएम, जीओसी—इन—सी, आर्मी ट्रेनिंग कमांड (एआरटीआरएसी), शिमला समारोह के मुख्य अतिथि थे। इस दौरान यूनिवर्सिटी के 529 स्टूडेंट्स को डिग्री प्रदान कर सम्मानित किया गया। इनमें 14 पीएचडी, 202 बीसीए, 113 बीटेक, 151 एमसीए, 21 एमटेक व 20 बीएससी की डिग्रियां शामिल थीं।
विभिन्न कोर्सेज के एकेडमिक अचीवर्स को भी गोल्ड व सिल्वर मैडल से सम्मानित किया गया। इनमें बीसीए की अवनि अग्रवाल को चांसलर्स गोल्ड मैडल और एमसीए की परी खंडेलवाल को एसईएस गोल्ड मैडल प्रदान किया गया, जबकि कालूराम कुमावत, अवनि अग्रवाल, सृष्टि सोनी, परी खंडेलवाल, नितिशा गुप्ता व मोहित पटेल को गोल्ड मैडल प्रदान किए गए। इनके अलावा लक्षित जैन, गार्गी अग्रवाल व आर्य शर्मा को सिल्वर मैडल से सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल देवेंद्र शर्मा ने स्टूडेंट्स को मोटिवेट करते हुए कमिटमेंट, लीडरशिप, विजन व डिसिप्लिन की ताकत समझाई। उन्होंने आर्म फोर्सेज व एजुकेशन में
समानताएं बताते हुए कहा कि बड़ी उपलब्धियां अकेले हासिल नहीं की जा सकती, बल्कि इनके पीछे सामूहिक प्रयास होते हैं। बड़ी उपलब्धियों की साथ बड़ी जिम्मेदारी भी आती है। उन्होंने कहा कि दुनिया कई बड़ी चुनौतियों का सामना कर रही है। उन्होंने स्टूडेंट्स को भविष्य को आर्किटेक्ट बताते हुए कहा कि वे अपनी नॉलेज, पैशन व स्किल का दुनिया को सस्टेनेबल बनाने के लिए इस्तेमाल करें।
दीक्षांत समारोह के दौरान कुछ प्रमुख इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। इनमें बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड के एसआर डायरेक्टर अमित दास, केपीआईटी लिमिटेड के कैंपस रिक्रूटमेंट एंड रिलेशंस हेड अबिनास मोहपात्रा, श्री सीमेंट लिमिटेड के सीएचआरओ विनोद चतुर्वेदी व फोर्ब्स मार्शल प्राइवेट लिमिटेड के एचआर हेड जॉर्ज कार्डोज शामिल थे। इन सभी ने स्टूडेंट्स को अपने प्रेरक शब्दों से मोटिवेट किया।
पूर्णिमा यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन शशिकांत सिंघी ने डिग्री प्राप्त करने वाले सभी स्टूडेंट्स को उज्जवल भविष्य की शुभकामना देते हुए उन्हें अपने इनोवेशन के जरिए वे समाज में अहम योगदान देने के लिए प्रेरित किया। शुरुआत में यूनिवर्सिटी के प्रेसीडेंट डॉ. सुरेश चंद्र पाढ़ी द्वारा स्वागत भाषण दिया गया और उन्होंने यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट प्रस्तुत की। यूनिवर्सिटी की रजिस्ट्रार डॉ. चांदनी कृपलानी द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।