स्पेशलिटी सेगमेंट ने विशेष रूप से ध्यान आकर्षित किया — पहली तिमाही में समूह के कुल राजस्व में 25% का योगदान दिया।
नई दिल्ली, दिव्यराष्ट्र*/भारत में औद्योगिक एवं खनन रसायनों और उर्वरकों के प्रमुख उत्पादकों में से एक दीपक फर्टिलाइजर्स एंड पेट्रोकेमिकल्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड (डीएफपीसीएल या “कंपनी”), ने 30 जून 2025 को समाप्त तिमाही के वित्तीय नतीजे घोषित किए।
क्यू 1 वित्त वर्ष 2026 के प्रमुख आकर्षण*
· समेकित राजस्व: कंपनी ने क्यू 1 में परिचालन राजस्व में 17 फीसदी की वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि दर्ज की, जो क्रॉपटेक, नाइट्रिक एसिड और आईपीए (आइसोप्रोपाइल अल्कोहॉल) की बढ़ी हुई मांग और बेहतर बिक्री मात्रा के चलते संभव हुआ।
· ईबीआईटीडीए परिचालन ईबीआईटीडीए में 10 फीसदी की वृद्धि हुई। यह क्यू 1-एफ वाई 25 में ₹464 करोड़ था और क्यू 1-एफवाई 26 में ₹513 करोड़ हो गया।
· विभागीय लाभ: रासायनिक खंड में आईपीए और अमोनिया की कीमतों में नरमी के कारण वर्ष-दर-वर्ष 9 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई। दूसरी ओर उर्वरक खंड में 125 फीसदी की मजबूत वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि दर्ज हुईञ
· शुद्ध लाभ: पहली तिमाही में 22 फीसदी की प्रभावशाली वृद्धि। मार्जिन में साल-दर-साल 38 आधार अंकों की वृद्धि।
17 प्रतिशत राजस्व वृद्धि और 22 प्रतिशत मुनाफे में उछाल से पहली तिमाही में दमदार प्रदर्शन
स्पेशलिटी सेगमेंट ने पकड़ी रफ्तार- पहली तिमाही में समूह राजस्व में 25 प्रतिशत हिस्सेदारी
कंपनी के प्रदर्शन पर विचार व्यक्त करते हुए डीएफपीसीएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक एस. सी. मेहता ने कहा,
वित्त वर्ष 26 की मज़बूत शुरुआत हमारे रणनीतिक परिवर्तन और अनुशासित कार्यान्वयन के प्रभाव को रेखांकित करती है। विशिष्ट उत्पादों, ग्राहक जुड़ाव और परिचालन चपलता पर हमारा निरंतर ध्यान ठोस परिणाम दे रहा है।”
क्यू 1 में हमने 17% की राजस्व वृद्धि और 22% की शुद्ध लाभ वृद्धि के साथ ठोस वृद्धि दर्ज की। प्रमुख पूंजीगत निवेशों में प्रगति के बावजूद हमारा शुद्ध ऋण और भी घटा है। यह हमारे व्यापार मॉडल की मजबूती को स्पष्ट रूप से दर्शाता है।