जयपुर, दिव्य राष्ट्र/ पूर्णिमा यूनिवर्सिटी में नेहरू युवा केंद्र—जयपुर तथा भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के सड़क सुरक्षा जागरूकता सप्ताह का समापन समारोह आयोजित किया गया। इस अभियान का उद्देश्य युवाओं व समाज को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करना था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रानु शर्मा इसके समापन समारोह की मुख्य अतिथि रहीं। उन्होंने सड़क सुरक्षा के महत्व की बात करते हुए कहा कि सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए यातायात नियमों का पालन करना प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। जागरूकता ही इस समस्या का सबसे बड़ा समाधान है।
नेहरू युवा केंद्र संगठन राजस्थान के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. भुवनेश जैन ने युवाओं को सड़क सुरक्षा के महत्व और अपने जीवन को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि युवाओं में सही आदतें और जिम्मेदारी की भावना ही सड़क दुर्घटनाओं में कमी ला सकती है। इस अवसर पर पूर्णिमा यूनिवर्सिटी के प्रो—प्रेसिडेंट डॉ. मनोज गुप्ता, डॉ. चांदनी कृपलानी और बीबीए डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ. मोनिका खत्री उपस्थित थे। इन्होंने सड़क सुरक्षा जागरूकता सप्ताह के सभी प्रतिभागियों व आयोजन समिति का आभार व्यक्त किया और सड़क सुरक्षा को जन आंदोलन बनाने के लिए सभी को प्रेरित किया।
उल्लेखनीय है कि सप्ताह भर चले इस कार्यक्रम के दौरान, जयपुर शहर में विभिन्न रैलियों, कार्यशालाओं एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इनमें हजारों युवाओं ने भाग लेकर शहर के प्रमुख स्थलों पर यातायात को नियंत्रित करने और नागरिकों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने में सहायता की। यह सप्ताह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। इसके जरिए यह संदेश दिया किया कि सड़क सुरक्षा केवल एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि वर्तमान में एक आवश्यकता है।