आभूषणों के जरिये आत्म-अभिव्यक्ति का उत्सव
मुंबई, दिव्य राष्ट्र/: भारत के अग्रणी ओमनी-चैनल ज्वेलरी ब्रांड कैरेटलेन दिवाली के लिए अपना ‘फेस्टिव एडिट’ का अनावरण किया। यह एक ऐसा वाइब्रैंट क्यूरेशन है, जिसमें विभिन्न प्रकार के आभूषणों की डिजाइन शामिल हैं, जो विभिन्न शैलियों और पसंद को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है। डायमंड्स से लेकर जेमस्टोन्स तक, इस फेस्टिव क्यूरेशन में अनूठी डिज़ाइन लैंग्वेज की एक विस्तृत व अद्वितीय श्रृंखला दिखाई देती है, जो ब्रांड के मूल दर्शन – खुल करकरो एक्सप्रेस के साथ पूरी तरह से मेल खाती है।
इस साल, कैरेटलेन का उद्देश्य जुलाई में कस्टम ड्यूटी में कमी के बाद सोने के आभूषणों में बढ़ती उपभोक्ता रुचि का लाभ उठाना भी है। आधुनिक महिलाओं के लिए डिजाइन किए गए ‘एवरीडे 22केटी’ गोल्ड पेश करना, कैरेटलेन की उन आभूषणों को पेश करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जो वर्सेटाइल (बहुमुखी) और अभिव्यक्ति पूर्ण हैं।
अतुल सिन्हा, सीओओ, कैरेटलेन ने कहा,”कैरेटलेन में, आभूषण केवल श्रृंगार नहीं है-यह सेल्फ एक्सप्रेशन (आत्म-अभिव्यक्ति) का एक साधन है। फेस्टिव एडिट के साथ, हम विभिन्न प्रकार के डिजाइन की पेशकश कर रहे हैं, जो हर महिला को अपने वास्तविक व्यक्तित्व और शैली को प्रदर्शित करने की अनुमति देती है, चाहे वह हीरे, रत्न या हमारे नए पेश किए गए ‘एवरीडे 22केटी’ गोल्ड के माध्यम से ही क्यों न हो। 22केटी सोने का यह आधुनिक रूप आज की महिलाओं के लिए एकदम सही है, जो परंपरा और आधुनिक शैली का मिश्रण चाहती हैं।”
इस अवधारणा को जीवित करने के लिए, कैरेटलेन ने एक दिवाली फिल्म लॉन्च की है, जो सरल है, लेकिन खूबसूरती से इस बात पर प्रकाश डालती है कि कैसे महिलाएं आत्म-अभिव्यक्ति के लिए आभूषणों को एक पावरफुल टूल्स (शक्तिशाली उपकरण) के रूप में उपयोग करती हैं। फिल्म का संदेश है, “सुनी सबकी, पर करी अपने मन की”, जो पूरी तरह से क्यूरेशन की भावना को दर्शाता है – महिलाओं को बेबाकी से खुद को पेश करने और सामाजिक अपेक्षाओं से बेपरवाह होने के लिए प्रेरित करता है।
परीक्षित भट्टाचार्य, मुख्य क्रिएटिव अधिकारी, बीबीएच इंडिया ने कहा, ”त्योहारी सीजन के दौरान कैरेटलेन को अलग पहचान दिलाने के लिए, हमें इसके आभूषणों को आत्म-अभिव्यक्ति के माध्यम के रूप में सामने लाने का विचार बहुत पसंद आया। हर आभूषण खुद को प्रामाणिक रूप से व्यक्त करने, किसी भी आलोचना या नकारात्मकता से ऊपर उठने और केवल वही करने की याद दिलाता है, जो आपको सही लगता है। हमें उम्मीद है कि यह कहानी महिलाओं को पसंद आएगी।”